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ऋषिकेश। पिछले 3 दिनों से पहाड़ों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने तीर्थ नगरी ऋषिकेश में भारी तबाही मचा दी है। इसके चलते चंद्रभागा नदी जहां पूरी तरह उफान पर आ गई है वहीं बादलों के सीना चीर लेने से गंगा नदी भी खतरे के निशान के समकक्ष बह रही है। तीर्थनगरी में गंगा का रौद्ररूप अख्तियार करने के कारण एम्स की इमरजेंसी और सरकारी अस्पताल में पानी घुसने से मरीजों को दिक्कत हो रही है।
इसी के साथ गंगा की सहायक नदियों सौंग और सुसवा नदी में उफान पर आने से तटीय इलकों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित स्थान पर चले जाने की चेतावनी दी है।
बीते तीन दिन से पूरे पहाड़ जहां जल तबाही झेल रहे हैं वहीं ऋषिकेश में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं सहित कांवड़ मेले में आये शिवभक्तों के लिए भी मुश्किलें बढ़ रही हैं। पिछले करीब 36 घंटों से लगातार हो रही बारिश के चलते ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र के सभी नदी-नालों में भारी उफान आ गया है।
उधर, श्यामपुर न्याय पंचायत के छिद्दरवाला और गौहरीमाफी क्षेत्र में बहने वाली सौंग नदी में भारी उफान आने से तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई जगह भारी बारिश के चलते जलभराव हो गया। तीर्थनगरी ऋषिकेश व आसपास क्षेत्र में मंगलवार को सुबह से मूसलाधार बारिश शुरू हो गई थी। भारी बारिश के चलते ऋषिकेश व आसपास क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव हो गया है। दून घाटी की ओर अधिक बारिश के चलते यहां से निकलकर गंगा में मिलने वाली लगभग सभी नदियां व बरसाती नालों में पानी आ गया है। देहरादून व टिहरी जनपद की सीमा पर बहने वाली चंद्रभागा नदी में भी उफान आ गया है। यहां चंद्रभागा नदी के तट पर बसी चंद्रभागा, मायाकुंड और चंद्रेश्वर नगर बस्ती में प्रशासन ने अलर्ट कर दिया है। नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
ऋषिकेश के उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल, तहसीलदार चमन सिंह ने बताया कि वर्षा के कारण ग्रामीण क्षेत्र भी काफी प्रभावित है, लेकिन कोई जान माल की क्षति नहीं हुई है उसके बावजूद भी पूरी तरह पूरे क्षेत्र में नजर रखी जा रही है उन्होंने बताया कि श्यामपुर क्षेत्र में बंगाला नालों में भी खासा उफान आ गया है। देर रात देहरादून व पहाड़ी क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश से सौंग और मोतीचूर सूखी नदी जबरदस्त तूफान पर है। कई जगहों पर सिंचाई विभाग की ओर से हाल ही में कराए गए अस्थाई बाढ़ सुरक्षा कार्य नदी के उफान में बह गए। पर्वतीय क्षेत्र में पिछले दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण ऋषिकेश में गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है।
पिछले दो दिन में गढ़वाल मंडल में जोरदार बारिश हुई, जिससे गंगा की सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ गया था। इसका असर ऋषिकेश सहित मैदानी क्षेत्र में बाढ़ के रूप में देखा गया। ऋषिकेश में गंगा में खतरे का निशान 340.50 मीटर है।यंहा गंगा खतरे के निशान के समकक्ष आने लगी है। भारी बारिश के चलते स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ घाट सहित अन्य घाटों पर भी पानी बढ़ गया है। दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश ने ऋषिकेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलभराव हो गया। आंतरिक सड़कों से लेकर मुख्य सड़कें तालाब सी नजर आईं।
बारिश के कारण पुरानी चुंगी से कोयलघाटी तक हाइवे जलमग्न रहा। अखंड आश्रम के पास बहाव इतना तेज था कि कई दोपहिया वाहन गिर गए। पानी में फंसकर कई वाहन बंद हो गए। हरिद्वार राजमार्ग, देहरादून रोड़, रेलवे रोड, घाट रोड़, दून तिराहा, तिलक रोड, पुरानी चुंगी आदि सड़कें जलमग्न हो गईं। नालों में पानी के साथ बहकर आई गंदगी भी सड़क पर आ गई। मुनि की रेती, चौदहबीघा, ढालवाला, रायवाला, श्यामपुर, आईडीपीएल, लक्ष्मणझूला, स्वर्गाश्रम और तपोवन क्षेत्र में भी सड़कें तालाब बन गई। नाले चोक होने से मुख्य बाजार में कई दुकानों में पानी भर गया। दुकान स्वामियों ने अपना सामान समेटकर पानी को निकालने की कोशिश की। दोपहर से लेकर रात तक हुई बारिश के कारण आवाजाही में भी खासी परेशानी हुई।
बारिश के रेड अलर्ट के बाद स्कूल रहे बंद,बाजारों में सन्नाटा-
उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश की चेतावनी को देखते जनपद की जिलाधिकारी के आदेश पर मंगलवार को शहर के सभी विद्यालय बंद रहे। बारिश के कहर के चलते आज नगर के अधिकांश बाजारों में भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। ज्यादातर दुकानदारों ने बारिश में फजीहत झेलने के बजाय आज घरों में रहना.ही मुनासिब समझा। कुछ दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों पर बारिश के बावजूद बुझे मन से सिर्फ यही जानने के लिए पहुंचे कि कहीं उनकी दुकान पर तो बारिश ने कहर नही बरपाया है। ऋषिकेश के एम्स की इमरजेंसी और गेहूं मार्ग पर स्थित कोऑपरेटिव बैंक और 1 दर्जन से अधिक दुकानों में घुटनों तक पानी घुस गया है, जिससे दुकानदारों का काफी नुकसान हो गया है। एम्स की इमरजेंसी में भर्ती मरीजों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय में भी पानी घुसा है जहां मरीजों को आने जाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं।
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