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नई दिल्ली। चंद्रयान-3 मिशन को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक नया अपडेट दिया है। चांद की सतह पर निष्क्रिय पड़े लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान अब तक सक्रिय नहीं हो सके हैं। शुक्रवार को इसरो की ओर से इन दोनों को लगातार सिग्नल भेजे गए लेकिन अभी तक इन्हें सिग्नल नहीं मिलें। हालांकि इसरो इस संबंंध में प्रयास जारी रखेगा।
इसरो ने शुक्रवार को सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स' पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए उनके जागने की स्थिति का पता लगाने के लिए प्रयास किए गए हैं। अभी तक उनकी ओर से कोई संकेत नहीं मिले हैं। संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी रहेंगे।
चंद्रयान-3 पर अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नीलेश देसाई ने बताया कि लैंडर और रोवर से संपर्क स्थापित करने का प्रयास जारी है। यह स्वचलित रूप से पुनर्जीवित होगा और सिग्नल भेजेगा। हालांकि अभी तक कोई सिग्नल नहीं आया है। ठंडे तापमान में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों के फिर से काम करने के 50-50 फीसदी संभावना होती है। हालांकि चंद्रयान-3 मिशन पहले ही अपना काम कर चुका है।
उल्लेखनीय है कि चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद के दक्षिणी ध्रुव पर हैं, पिछले 4 सितंबर को ही इसरो ने इन्हें स्विच ऑफ कर दिया था ताकि चांद पर नई सुबह होने पर इनसे फिर काम लिया जा सके। शुक्रवार को इसरो ने लगातार सिग्नल भेजे लेकिन अभी तक लैंडर और रोवर ने इन्हें रिसीव नहीं किया है।
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