Advertisement
हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच के लिए रवाना हुआ। किसान जैसे ही घग्गर नदी के पुल पर चढ़े तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। यहां कई घंटे तक किसानों तथा पुलिस के बीच खींचतान चलती रही। पुलिस ने कई बार वाॅटर कैनन का इस्तेमाल करके किसानों को पीछे खदेड़ा। पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोली भी दागे। करीब तीन घंटे की जद्दोजहद के बाद किसान वापस पंजाब की सीमा में अपने तंबुओं की ओर वापस लौट गए। किसानों ने दावा किया है कि हरियाणा पुलिस ने उन पर एक्सपायर डेट आंसू गैस के गोले छोड़े हैं। पुलिस की लाठीचार्ज में आज दस किसान घायल हुए हैं। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लांचर से भी बम-गोलियां चलाई हैं। वाॅटर कैनन में घग्गर नदी का गंदा और केमिकल वाला पानी प्रयोग किया है।
किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि 16 दिसंबर को पंजाब को छोड़कर पूरे देश में ट्रैक्टर मार्च निकाले जाएंगे। 18 दिसंबर को पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक रेल रोको अभियान चलाया जाएगा। 18 तारीख तक कोई भी जत्था दिल्ली कूच नहीं करेगा। अगला जत्था कब जाएगा, इस बारे में अभी फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन जब जत्था जाएगा उसमें हरियाणा के किसान और महिलाएं भी शामिल होंगी। रविवार को बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करके पूरी रणनीति का ऐलान किया जाएगा।
इस बीच शंभू बॉर्डर पर शनिवार की शाम एक किसान ने आत्महत्या की कोशिश की है। इसकी पुष्टि किसान नेता तेजवीर सिंह ने की। उन्होंने बताया कि किसान की पहचान लुधियाना जिला के खन्ना निवासी जोध सिंह के रूप में हुई है। वह शनिवार को ही मोर्चे में पहुंचा था। किसानों को दिल्ली न जाने देने से आहत होकर उसने ये कदम उठाया है। जोध सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |