कॉलोनियों को नहीं मिल रहा BMC का लाभ
समूचा कोलार क्षेत्र बिल्डरों के चंगुल में फंसा हुआ है। इसलिए ननि की सुविधाओं से कोलारवासी वंचित महसूस कर रहे हैं। दरअसल, जब तक कॉलोनियां ननि के हैंडओवर नहीं होंगी, तब तक कॉलोनियों में विकास नहीं हो पाएगा।ननि अधिकारियों के अनुसार बिल्डरों ने मनमाने तरीके से कॉलोनियों का विकास तो कर दिया, अब वह ननि के मापदंड पर खरे नहीं उतर रहे। मापदंडों को पूरा करने के लिए बिल्डरों से अधिक टैक्स देने के मुद्दे पर कॉलोनियां हैंडओवर का मामला अटका है। बिल्डरों ने कॉलोनियों में पार्क, पार्किंग समेत अनेक मापदंडों का पालन नहीं किया है, जिससे रहवासी बिल्डरों द्वारा अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं, जिन्होंने बिल्डरों से ऊंचे दामों में आवास खरीदा और ननि को टैक्स पेय कर रहे हैं। लेकिन, जब मुलूभतू सविधाओं की बात आती है तो बिल्डर और ननि दोनों ही अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।क्षेत्र की कॉलोनीवासियों ने इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने वार्ड पार्षद, महापौर, विधायक और निगम कमिश्नर को भी पत्र भेजकर कॉलोनी हैंडओवर की प्रक्रि या शुरू करने में सहयोग के लिए निवेदन किया है। वहीं ललिता नगर में भी कॉलोनी को हैंडओवर कराने के लिए रहवासियों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। रहवासी एकजुट होकर रहवासी समिति का गठन कर रहे हैं, जो कॉलोनी हैंडओवर के लिए काम करेगी। इससे कॉलोनी के 120 से ज्यादा परिवारों को बुनियादी सुविधाएं मिल सकेंगी।ननि अधिकारियों की मानें तो पंचायत के समय से ही क्षेत्र का भूगोल बिगड़ना शुरू हो गया था,जो नगर पालिका के समय में ओर तेजी से गड़बड़ा गया। मनमर्जी के खेल में बिल्डरों ने जमीनों और खरीददारों का जमकर दुरुपयोग किया। जहां मर्जी आई, वहां कॉलोनियां तान दी। कॉलोनियों के निर्माण के समय मापदंडों का पालन नहीं किया गया। इसका खामियाजा लोगों को उठाना पड़ रहा है। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ नपा अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत शामिल रही।नपा का विलय ननि में होने के बाद कई कॉलोनियां मुलभूत सुविधाओं की बाट जोह रही हैं। दरअसल, नगर निगम ने विलय के बाद से शालीमार गार्डन, सार्इंनाथ, अमरनाथ, मां पार्वती नगर जैसे दर्जनभर से ज्यादा कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट मेंटेनेंस, सफाई और पानी सप्लाई जैसे कामों से हाथ खींच लिए हैं। वो भी सिर्फ इसलिए कि कॉलोनी हैंडओवर नहीं हैं। जबकि नगर पालिका के कार्यकाल में इन कॉलोनी के लोगों को ये सुविधाएं दी जा रही हैं।