धार। जिले के अमझेरा क्षेत्र के निकट ग्राम पिपलिया में एक आदमखोर तेंदुएं को आखिरकार वन विभाग ने पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है। चार दिन से क्षेत्र में दशहत का माहौल था। चार दिन बाद बुधवार को तड़के चार बजे तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया गया।
दरअसल, गत विगत 22 फरवरी को ग्राम पिपलिया के रहने वाला परिवार अपने खेत पर फसल की रखवाली के लिए सोया था। इस दौरान एक तेंदुआ परिवार के 7 वर्षीय बच्चे आनंद को माता-पिता, भाई-बहन के बीच से उठाकर ले गया था और उसे अपना शिकार बना लिया था। घटना के बाद वन विभाग की टीम ने आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए अभियान चलाते हुए इंदौर के रालामण्डल क्षेत्र से सपेशल रेस्क्यू दल बुलवाकर घटनास्थल सहित एक अन्य जगह पर पिंजरे लगाया। चार दिनों के बाद बुधवार को अलसुबह करीब 4 बजे तेंदुआ पुनः उसी स्थल पर आया, जहां उसने बच्चे को मौत के घाट उतारा था। वह वन विभाग द्वारा लगाए गए पिजरे में जा घुसा। वन विभाग द्वारा तेंदुए को पकड़ने में मिली सफलता की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच गये। वन विभाग के अनुसार पकड़ाया तेंदुआ मादा बताया जा रहा है तथा इसकी उम्र लगभग 8 वर्ष बताई जा रही है। वहीं तेंदुए को सुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों वन विभाग के मार्गदर्शन में निर्णय किया जाएगा। यह जानकारी सरदारपुर क्षेत्र एसडीओ राकेश डामोर ने दी।