भोपाल। एमपीपीएससी की परीक्षा में भील जनजाति को लेकर किए गए एक सवाल पर बवाल मच गया है। इसमें भीलों को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है। मध्य प्रदेश के पंधाना से भाजपा विधायक राम दांगोरे ने पहले ही प्रश्नपत्र में भील जाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताने वाले सवाल को लेकर रोष जताया था। भाजपा विधायक के बाद अब चाचौड़ा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने भी इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इस तरह के सवाल पूछने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से माफी मांगने की मांग की है।
एमपीपीएससी परीक्षा के पश्रपत्र में भील जाति को लेकर पूछे गए सवाल पर लक्ष्मण सिंह ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट कर सीएम कमलनाथ को माफी मांगने की बात कही है। लक्ष्मण ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘भील समाज पर प्रदेश शासन के प्रकाशन पर अशोभनीय टिप्पणी से आहत हूँ। अधिकारी को तो सजा मिलना ही चाहिए, परन्तु मुख्यमंत्री को भी सदन में खेद व्यक्त करना चाहिए, आखिर वह प्रदेश के मुख्य मंत्री हैं। इससे अच्छा संदेश जाएगा’।
गौरतलब है कि भाजपा विधायक राम दांगोरे ने भी रविवार को हुई एमपीपीएससी परीक्षा दी। विधायक राम दांगोरे ने परीक्षा के बाद पीएससी परीक्षा में भील समाज को लेकर आए प्रश्न पर आपत्ति जताई थी। विधायक ने कहा था कि राज्य की सबसे बड़ी इस जाति की उपेक्षा की गई है। भील जनजाति को आपराधिक प्रवृत्ति का बताया गया है, जबकि ये लोग भोले-भाले होते हैं। बतातें चलें कि रविवार को एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पूरे प्रदेशभर में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के द्वितीय पाली में जनरल एप्ट्यिूट का पेपर था। इसमें गद्यांश के आधार पर प्रश्न पूछे गए थे। इसमें भील जनजाति पर एक गद्यांश था। गद्यांश में लिखा गया था कि भीलों की आपराधिक प्रवृत्ति का भी एक प्रमुख कारण यह है कि सामान्य आय से अपनी देनदारियां पूरी नहीं कर पाता। फलत: धन उपार्जन की आशा में गैर वैधानिक तथा अनैतिक कामों में भी संलिप्त हो जाते हैं। इसी गद्यांश पर पांच सवाल पूछ गए थे। इनमें से तीन सवाल ऐसे हैं, जिस पर हंगामा मच गया है।