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कोलार के किड्जी में तीन साल की मासूम से रेप ,अवधपुरी के सरकारी स्कूल में 11 साल की बच्ची के साथ शिक्षक द्वारा ज्यादती के मामले को महिला आयोग ने गंभीरता से लिया है। पुलिस के लापरवाह रवैये के चलते 20 दिन के अंदर भोपाल में इस तरह की यह दूसरी घटना है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए राज्य महिला आयोग, बाल संरक्षण आयोग के साथ मिलकर सभी जिलों में जागृति शिविर का आयोजन करेगा। इसमें शिक्षक, विद्यार्थी और उनके अभिभावक भी शामिल रहेंगे।
यह बात आयोग की गुरुवार को लगी बेंच के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष लता वानखेड़े ने कही। उन्होंने कहा कि अवधपुरी के मामले में उन्होंने तुरंत एसपी से घटना की जानकारी ली थी। साथ ही इस प्रकरण में विस्तृत रिपोर्ट भी मंगाई है। स्कूल के स्टाफ द्वारा इस तरह की घिनौनी हरकत करने के सवाल पर श्रीमती वानखेड़े ने कहा कि जागृति शिविर के दौरान स्कूल प्रबंधन और शिक्षिकाओं को बताया जाएगा, कि वह संदिग्ध चरित्र के स्टाफ मेंबर पर निगरानी रखें और शक होने पर उसके बारे में प्रबंधन-पुलिस को सूचना दें। सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से काउंसलर नियुक्त करने, इसमें विशेष रूप से एक महिला काउंसर नियुक्त करने के बारे में भी सिफारिश की जा रही है।
आयोग की अध्यक्ष को बताया गया कि जेपी अस्पताल में टीनएजर काउंसलिंग शुरू की गई थी। इससे महिलाओं, लड़कियों को काफी राहत मिली थी। लेकिन उसे बंद कर, उस सुविधा को डायल-104 सुविधा से जोड़ दिया गया है। यह व्यवस्था उतनी प्रभावी नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि इस बारे में वह संबंधित विभाग से चर्चा कर काउंसलिंग पुनः शुरू करवाने का प्रयास करेंगी।
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