अवैध होस्टल्स की भरमार
कोलार में कॉलोनियों के अंदर दर्जनों अवैध हॉस्टल संचालित किए जा रहे हैं। जिसकी संख्या निगम के पास भी नहीं है। यदि कॉलोनियों में ऐसे भवनों की जांच करवाई जाए तो हजारों की संख्या में अवैध हॉस्टल के संचालन का बड़ा खुलासा होगा। इन अवैध हॉस्टलों की वजह से आम नागरिकों की परेशानी बढ़ गई है।छात्रों की धमाचौकड़ी के कारण आसपास रहने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इनके बारे में शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जिससे क्षेत्र की जनता खासी परेशान है। लोगों का कहना है कि रिहायशी कॉलोनियों के बाहर हॉस्टल का संचालन किया जाना चाहिए। जिससे कोई को परेशानी नहीं हो। इधर नगर निगम के अपर आयुक्त का कहना है कि जल्द ही एक सर्वे कराया जाएगा जहां अवैध हॉस्टल का संचालन पाया गया उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।कोलार उपनगर में कॉलोनियों के अंदर रसूखदारों ने बड़ी-बड़ी इमारतें बना रखी है। जिनके कमरों को किराया पर चलाया जा रहा है। खास बात यह है कि हॉस्टल संचालक के लिए निर्धारित मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए संचालित किए जा रहे हैं। इनमें न तो आग से बचाव के कोई संसाधन हैं और न ही किसी आकस्मिक खतरे से भागने के कोई उपाय हैं। अगर यहां पर किसी भी प्रकार की विपदा आती है तो यहां पर बड़ा हादसा हो सकता है