भोपाल। सरकार की नीतियों के खिलाफ आज बुधवार को भारत बंद बुलाया गया है। दस केंद्रीय मजदूर संघों ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं स्वतंत्र फेडरेशन के संयुक्त आह्वान पर पर केंद्रीय कर्मचारियों ने एक दिवसीय हड़ताल की है। इस हड़ताल में कांग्रेस के मजदूर संगठन इंटक के अलावा वामदलों के मजदूर संगठन एटक, सीटू समेत कई मजदूर संघ शामिल होंगे। मध्य प्रदेश में भी हड़ताल का असर केंद्रीय सुरक्षा संस्थानों सहित बैंक,बीमा कंपनी,डाक,रेलवे एवं संचार कार्यालय में भी देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश में बिजली कर्मी भी हड़ताल पर हैं, आज अगर कही फॉल्ट हुआ तो कल ही सुधार होगा।
मध्य प्रदेश में हड़ताल के समर्थन में इनकम टैक्स कार्यालय बंद रहेंगे। पहली बार राजपत्रित अधिकारी भी काम नहीं करेंगे। कोई जांच पड़ताल नहीं होगी। ट्रेड यूनियन के सहायक महासचिव एटी पद्मनाभन ने कहा कि भोपाल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका के अलावा गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में संगठित मजदूर, भेल कारखाने के मजदूर भी हड़ताल में शामिल होंगे। भोपाल की 490 बैंकों में भी काम नहीं होगा। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ, संविदा अधिकारी कर्मचारी महासंघ संघ ने हड़ताल का समर्थन किया है।
ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रीय समिति के जबलपुर इकाई की ओर से यह हड़ताल बुलाई गई है। हड़ताल को लेकर ऑल इंडिया डिफेंस इंप्लॉई फेडरेशन के संगठन मंत्री रामप्रवेश ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार मजदूर विरोधी नीतियां चलाकर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचा रही है। वर्तमान की केंद्र सरकार मजदूर विरोधी रवैया अपना रही है। देश विरोधी, छात्र विरोधी रवैया के साथ काम कर रही है, यही वजह है कि उसके खिलाफ आज पूरे देश के केंद्रीय श्रम संगठनों द्वारा इस हड़ताल को आयोजित किया गया है।
आज देश में बैंक, पॉलिसी बीमा तथा टेलीकॉम क्षेत्र, कॉलेज इसमें बंद को लेकर समर्थन दे रहे हैं। कर्मचारी नेता ने आरोप लगाया है कि इस बंद के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है क्योंकि सबका साथ सबका विकास के साथ केंद्र में आई ये सरकार देश में विनाश करने पर उतारू है। इस विनाशकारी नीति के खिलाफ आज बंद है, जिसका समर्थन सभी यूनिराज पूरी तरह से कर रही है। वही उत्पादन के विषय में उन्होंने कहा कि 31मार्च उत्पादन का समय होता है इसलिए आम जनता को इसमें जबरन शामिल नही किया गया है, पर ट्रेड यूनियन आज हड़ताल पर हैं।