भोपाल। कमलनाथ सरकार एक बार फिर बड़ी प्रशासनिक सर्जरी करने की तैयारी में है। इसमें सीनियर आईएएस अधिकारियों के साथ आईपीएस अफसर भी शामिल होंगे। फेरबदल में उन अधिकारियों के नाम को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा जिनका उनके विभाग के मंत्रियों से पटरी नहीं बैठती। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैंं। इन सब परिस्थितियों को लेकर प्रशासनिक सर्जरी जल्द हो सकती है। सूची पर एक दौर की चर्चा हो चुकी है। इसी सप्ताह मुख्यमंत्री कमलनाथ सूची को अंतिम रूप दे सकते हैं।
प्रशासन से जुड़ेे अधिकारिक सूत्रों की मानें तो प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठते सवाल और अधिकारियों के विवादों को देखते हुए सीएम कमलनाथ द्वारा करीब 12 जिलों के कलेक्टर और 18 से ज्यादा जिलों के पुलिस अधिकारी बदले जा सकते हैंं। इसके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद किन अधिकारियों के पास प्रमुख विभागों का दोहरा प्रभार है। उनके नाम भी इस सूची में शामिल हो सकते हैंं।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से सीएम के पास शिकायत पहुंच रही थी कि कई मंत्रियों के साथ उनके विभाग के प्रमुख सचिवों का संतुलन नहीं बन पा रहा। जिन मंत्री और अधिकारियों में पटरी नहीं बैठ रही है उनमें खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और प्रमुख सचिव नीलम शमी राव, मंत्री ओमकार सिंह मरकाम और प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और प्रमुख सचिव अनुपम राजन, मंत्री तरुण भनोत और अपर मुख्य सचिव अनुराग जैन के साथ मंत्री जयवर्धन सिंह और प्रमुख सचिव संजय दुबे शामिल हैं।
कुछ कलेक्टर भी हो सकते हैं इधर से उधर
इसी प्रकार कुछ जिलों के कलेक्टर भी इधर से उधर हो सकते हैंं। सीएए को लेकर सुर्खियों में आई मंडला कलेक्टर का तबादला हो सकता है। इंदौर कलेक्टर भी सचिव पद पर प्रमोट हो चुके हैं। अशोक नगर कलेक्टर मंजू शर्मा जून में, देवास कलेक्टर श्रीकांत पांडे सितंबर में रिटायर होंगे। शहडोल, होशंगाबाद और छतरपुर के एसपी डीआईजी पद पर प्रमोट हो चुके हैं। छतरपुर और जबलपुर के डीआईजी भी आईजी बन चुके हैं। इसलिए फेरबदल में ये भी शामिल हो सकते हैं। राजगढ़ में कलेक्टर-एसपी में विवाद के बाद माना जा रहा है कि यहां के एसपी को कहीं अन्यत्र भेजा जा सकता है।