भोपाल। मध्य प्रदेश में शराब पर तकरार तेज हो गई है। भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर कमलनाथ सरकार पर जबरदस्त हमला बोलते हुए सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाया है। शिवराज ने आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार मप्र को मदिरा प्रदेश बनाने में तुली हुई है।
दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार देर रात एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट कर प्रदेश सरकार की शराब नीति पर सवाल उठाते हुए हमला बोला है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा ‘भारतीय संविधान के अनुच्छेद 47 (राज्य नीति निदेशक तत्व) के अनुसार लोककल्याण की सुरक्षा और वृद्धि के लिए राज्य मादक पदार्थों के उपयोग पर रोक लगाने हेतु प्रयासरत रहेगा। लेकिन कांग्रेस सरकार हमारे मध्यप्रदेश को मदिराप्रदेश बनाने पर तुली हुई है! एक अन्य ट्वीट करते हुए शिवराज ने कमलनाथ सरकार को घेरा और अपने शराब से लोगों की समस्या, सुरक्षा और हानि का जिक्र करते हुए लिखा ‘शराब की वजह से हज़ारों घर बर्बाद होते हैं, इस जंजाल से समाज को मुक्ति दिलाने हेतु हम अपने शासनकाल में राज्य को शराबबंदी की ओर ले गए। हमने तय किया कि नर्मदा नदी के किनारे शराब की सभी दुकाने तत्काल बंद होंगी तथा प्रदेश में कहीं भी शराब की नई दुकान नहीं खोली जाएगी!
शिवराज ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे अपने ट्वीट में कहा कि ‘मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इसे आगे बढ़ाना तो दूर की बात, प्रदेश में नई शराब दुकान खोलने का निर्णय लिया। वे यहीं पर नहीं रुके, उन्होंने दुकानों के साथ ही अहाते खोलने का भी निर्णय लिया जिसे हथियाने के लिए आज कांग्रेसी नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है। विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थ आज हमारी अगली पीढ़ी को बर्बाद कर रहे हैं। मेरा राज्य सरकार से अनुरोध है कि नशे के फलते-फूलते कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास करें ताकि हमारी युवा शक्ति देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दे सकें व अपना नाम रोशन कर सकें।
शिवराज ने आग्रह करते हुए कहा है कि राज्य सरकार के साथ ही मेरा समाज से भी आग्रह है कि सरकार के साथ कदम मिलाकर एक नशामुक्त समाज के निर्माण में भागीदार बनें। परिवार या परिचितों में युवकों को नशे के दुष्परिणामों व इसके विपरीत प्रभावों के प्रति जागरूक करें। बतातें चले कि इससे पहले भी शिवराज सिंह चौहान ट्वीट कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा नई शराब दुकानें और अहाते खोलने के निर्णय पर सरकार का घेराव कर चुके है।