उज्जैन। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल के मंदिर में नए साल के अवसर पर आगामी 31 दिसम्बर और एक जनवरी को हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और भगवान के दर्शन कर अपने नये साल की शुरुआत करते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। महाकाल मंदिर समिति और जिला प्रशासन द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में इस दौरान सुगम दर्शन की व्यवस्था की गई है। महाकालेश्वर मंदिर में अंग्रेजी नव वर्ष में आगंतुक दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर की व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए सोमवार से आगामी दो जनवरी तक प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया है।
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह ने रावत ने सोमवार को बताया कि हर साल की तरह इस बार भी नव वर्ष अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे और भगवान महाकाल के दर्शन कर अपने नये साल की शुरुआत करेंगे। इस दौरान भस्मार्ती में भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। मंगलवार, 31 दिसम्बर और एक जनवरी को यहां आम दिनों की अपेक्षा दोगुनी हो जाएगी। यहां श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए मंदिर समिति द्वारा सुगम दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है। वहीं, मंदिर की व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए आगामी दो जनवरी तक प्रशासनिक अधिकारियों की 03 शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि रात्रि 02 से सुबह 08 बजे तक, सुबह 08 से दोपहर 03 बजे तक तथा दोपहर 03 से रात्रि पट बंद होने तक अलग-अलग शिफ्टों में सहायक प्रशासक चन्द्रशेखर जोशी, मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके तिवारी, अधीक्षक पीएन उदैनिया नंदीहॉल एवं गणेश मंडपम में उपस्थित होकर व्यवस्था का संचालन करेंगे तथा समय -समय पर उनसे (प्रशासक सुजान सिंह रावत) से संपर्क में रहकर अपना कार्य संपादित करेंगे।
भगवान महाकाल की सुबह 04 बजे होने वाली भस्मार्ती व्यवस्था में अतिरिक्त कर्मचारियों की रात्रि 12 से प्रात: 08 बजे तक ड्यूटी लगाई गई है, जिसमें पीयूष त्रिपाठी, गोपाल सिंह कुशवाह, निनाद काले, अनुराग चौबे, विरेन्द्र शर्मा, महेन्द्र काकडे, संदीप कौशल, भगवान सिंह परमार, बद्री शर्मा, प्रदीप रठा, जितेन्द्र सिंह सिकरवार शामिल हैं। ये सभी कर्मचारी भस्मार्ती प्रभारी उमेश पण्ड्या के संपर्क में रहकर अपना कार्य करेंगे।
इसी प्रकार गणेश मंडपम के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय बैरीकेट्स में लाईन चलाने की व्यवस्था के लिए अलग-अलग शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मंदिर समिति द्वारा श्रद्धालुओं की अत्यधिक संख्या को देखते हुए कतारबद्ध दर्शन कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में बैरीकेट की व्यवस्था की गई है, साथ ही अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी के माध्यम से कार्यपालिक दण्डाधिकारी की ड्यूटी लगायी जा रही है।