बाघ देखने को जुटे राहगीर वन अमला बना मूकदर्शक
कोलार के केरवा-कलियासोत क्षेत्र में घूम रहे बाघ को देखने के लिए अब पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। मंगलवार शाम करीब पांच बजे 13 शटर के नीचे पानी पीने आया बाघ कुछ देर के लिए पत्थरों पर बैठ गया। यहां से जो भी राहगीर निकल रहे थे वे बाघ को देखने के लिए रुक गए। यहां करीब 200 से अधिक राहगीरों के रुकने के कारण रोड पर जाम के हालात बन गए। गश्त कर रहे कर्मचारी राहगीरों को वहां से खदेड़ने की नाकाम कोशिश करते रहे। वन अधिकारियों का कहना है कि बाघ शाम के समय अक्सर यहां पानी पीने आता है। ऐसे में लोग यहां बाघ देखने खड़े हो जाते हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब बाघ सामने बैठा है अगर वह छलांग लगाकर सड़क पर खड़े दर्शकों पर अटैक करता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? गौरतलब है कि वन विभाग ने बाघ की सुरक्षा के साथ ही पर्यटकों को यहां आने से रोकने के लिए तीन स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए हैं बावजूद इसके बाघ देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ने लगा है। बाघ यहां गश्त करने वाले कर्मचारियों पर पूर्व में हमला कर चुका है। ऐसे में यहां खड़े दर्शकों की तरफ बाघ छलांग लगाता है तो हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। बाघ की सुरक्षा और पर्यटकों को रोकने के लिए यहां 30 कर्मचारियों को तैनात कर रखा है, लेकिन वे पर्यटकों को यहां तफरीह करने से नहीं रोक पा रहे हैं।