महापुरुषों के अपमान धान खरीदी और आपसी तनातनी जैसे मुद्दों पर शिवराज ने सरकार को घेरा
भोपाल। प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हमले जारी हैं। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में अतिथि शिक्षकों की उपेक्षा, महापुरुषों के अपमान, धान खरीदी और कांग्रेस नेताओं में तनातनी जैसे मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा है।
अजब-गजब है कमलनाथ सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सरकार अजब - गजब है और ऐसी सरकार मैंने पहले कभी देखी। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कैबिनेट के फैसले को मुख्य सचिव उड़ा देते हैं। मंत्रियों के साथ ठेकेदार गठजोड़ कर जनता के पैसे की बंदरबांट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी और मुख्यमंत्री कमलनाथ को ऐसे सभी सवालों का जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारों तरफ हाहाकार मचा है। किसानों की धान की खरीदी नहीं की जा रही और जिनकी खरीदी की भी गई है, उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। एक तरफ सरकार कह रही है कि उसके पास भुगतान के लिए पैसे नहीं हैं और दूसरी तरफ आईफा जैसे महंगे आयोजन पर पैसे उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
आप उलटे चलो, प्रदेश को सीधा चलने दो
शिवराजसिंह चौहान ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के नेता एक-दूसरे से उलट चल रहे हैं। कोई कह रहा है कि काम नहीं हुआ तो मैं सड़कों पर उतर जाऊंगा तो दूसरे कह रहे हैं कि उतर जाओ, मैं भी देख लूंगा। क्या कोई कुश्ती चल रही है? उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार चल रही है या कोई तमाशा हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं कांग्रेस के नेताओं से यह कहना चाहता हूं कि आप उल्टे चल रहे हो, तो चलो, लेकिन प्रदेश को तो सीधी दिशा में बढ़ने दो। उन्होंने कहा कि अतिथि विद्वान आत्महत्या कर रहे हैं। वह बहन, जिसके पति ने वेतन नहीं मिलने के कारण आत्महत्या कर ली थी, वह उनका अस्थि कलश लेकर भोपाल में बैठी है। सरकार किसी और की नहीं, तो कम से कम उस विधवा बहन की गुहार सुन ले। चौहान ने कहा कि यह सरकार की असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।
महापुरुषों का अपमान सहन नहीं करेगा प्रदेश
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि महापुरुषों का अपमान करना कांग्रेस का स्वभाव बन गया है। पहले राजधानी भोपाल में चंद्रशेखर आजाद जी की प्रतिमा का अपमान किया गया। उसके बाद छिंदवाड़ा जिले के सौंसर में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया। अब यह सरकार रानी कमलावती जी की प्रतिमा को अवैध बता रही है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी, मध्यप्रदेश महापुरुषों का अपमान सहन नहीं करेगा। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शनिवार को सौंसर गए थे और वहां उन्होंने शिवाजी महाराज की नई प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमिपूजन किया था तथा आम नागरिकों को संबोधित भी किया था।