बस है पर स्टॉप नहीं
लगभग दो लाख आबादी वाले उपनगर कोलार के मुख्य मार्ग के ज्यादातर बस स्टाप पर यात्रियों के लिए न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही शेड बनाए हैं। इससे लोगों को गर्मी हो या बरसात खुले आसमान के नीचे खड़े होकर बसों का इंतजार करना पड़ता है।लोगों ने बताया कि कोलार रूट पर बसों की संख्या में भी कमी कर दी गई है इससे यात्रियों को बस के इंतजार में स्टॉप पर देर तक खड़े रहना पड़ रहा है। बैरागढ़ चीचली से न्यू मार्केट माता मंदिर होते हुए बैरागढ़ तक जाने वाली एसआर-1 रूट की बसों की संख्या पहले एक दर्जन से अधिक थी लेकिन अब महज 4 कर दी है। कोलार रूट पर एसआर-1, एसआर 4 और एसआर 8 की बसें चलाई जा रही हैं। वर्तमान में कोलार रूट पर करीब 50 बसों का संचालन किया जा रहा है, जबकि पहले करीब चार दर्जन बसें चलाई जा रही थीं। बसों की संख्या घटने से यात्रियों को देर तक बस का इंतजार करना पड़ रहा है। पहले लोगों को दस से पंद्रह मिनट के अंतर में बस मिलती थीं, लेकिन अब आधा-पौन घंटे के अंतराल में बस स्टॉप पर आ रही हैं। लोगों का कहना है कि बसों की संख्या कम होने से सवारियों को भरने के चक्कर में बसें देरी से आ पा रही हैं। इस वजह से बस स्टॉप पर बस का देर-देर तक इंतजार करना पड़ रहा है। कंपनी अधिक से अधिक मुनाफा कमाना चाहती है, लेकिन यात्री सुविधा पर ध्यान नहीं दे रही है।