पेड़ पर चढ़े बच्चे को भालूओं ने पैर पकड़कर नीचे गिराया फिर नोंचते रहे
कोलार रोड पर भालुओं के हमले से बचने के लिए 13 साल का सुनील पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन दोनों भालू भी उसी पेड़ पर चढ़ गए। उन्होंने पैर पकड़कर सुनील को जमीन पर गिरा दिया और 10 मिनट तक सिर, सीने और पैरों को नोंचकर उसे गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। आसपास के लोगों भालुओं को लाठियां और आग दिखाई तो वे जंगल की ओर भाग गए।
घटना बुधवार सुबह राजधानी से 40 किमी दूर देवझील गांव की है। जहां गांव का सुनील पिता दलसिंह (13) गाय-बकरी चराने गया था। फिलहाल उसका इलाज राजधानी के एक निजी हास्पिटल में चल रहा है। देर रात तक उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
दलसिंह के मुताबिक वह सुबह खाता खुलनवाने के लिए बैंक चले गए थे। सुनील को उन्होंने खेत में गाय-बकरी चराने भेजा था। खेत जंगल से सटा हुआ है। झाड़ियों से निकलकर भालुओं ने उनके बेटे पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी सुखराम की सूचना पर आसपास खेतों में काम करने वाले लोग जमा हुए और भालुओं को खदेड़ा। सुखराम का कहना है कि सुनील चिल्लाता हुआ भागा और एक पेड़ पर चढ़ गया था। देखते ही देखते दो भालू भी पीछे से पेड़ पर चढ़ गए। उन्होंने सुनील के पैर पकड़ लिए और नीचे गिरा लिया। करीब 10 मिनट तक वे उसे नोंचते रहे।
सुनील के पिता दलसिंह और मां नानी बाई का आरोप है कि उन्होंने 108 पर फोन कर एम्बुलेंस बुलाई थी। उसके कर्मचारियों को बता भी दिया था कि हम गरीब हैं, निजी हास्पिटल में इलाज नहीं करा पाएंगे। फिर भी एम्बुलेंस के लोग एक निजी हास्पिटल के सामने छोड़कर चले गए। दलसिंह ने बताया कि वे दोपहर 12 बजे अस्पताल पहुंच गए थे, लेकिन इलाज शुरू नहीं हुआ। जब 4 हजार रुपए जमा किए तब जाकर दोपहर 1 बजे इलाज शुरू हुआ है। बेटे की हालत गंभीर है।
वन विभाग को शाम तक इस घटना की खबर नहीं लगी। परिजन परेशान होते रहे। इस संबंध में भोपाल सर्किल के सीसीएफ वीके नीमा का कहना है कि शाम 5 बजे घटना के बारे में पता चला। घटना भोपाल की सीमा से लगे रातापानी वन्यजीव अभयारण्य की है। घायल का इलाज विभाग कराएगा।