उज्जैन। भाजयुमो के मंडल उपाध्यक्ष के लिये अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करने वाली महिला मोर्चा की पूर्व पदाधिकारी श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किये जाने को लेकर फरियादी लाखन चौहान ने सोमवार को आईजी उज्जैन को आवेदन दिया है। फिलहाल उक्त आवेदन विचाराधीन है।
फेसबुक पोस्ट को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश मंत्री श्रेष्ठा जोशी का उज्जैन भाजयुमो मंडल उपाध्यक्ष लाखन चौहान से विवाद हो गया था। लाखन चौहान ने मीडिया को बताया कि उन्होंने दलितों के संबंध में फेसबुक पर एक पोस्ट अपलोड की थी, जिसे लेकर श्रेष्ठा जोशी ने नाराज हो गईं। उन्होंने मेरे मोबाइल पर कॉल करके अश्लील गालियां देने के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी। चौहान का कहना है कि वह दलित समाज से आते हैं और आरोपित ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित किया है। चौहान ने बताया कि इसी आधार पर उन्होंने सोमवार को आईजी को आवेदन देकर आरोपित श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज किये जाने की मांग की है।
आवेदन में यह लिखा
लाखन चौहान ने अपने आवेदन में लिखा है कि 31 जनवरी को आरोपित श्रेष्ठा अपने कुछ साथियों के साथ मेरे घर आई और मुझे डराया-धमकाया और मारपीट कर मेरे बयान का फर्जी वीडियो बनाकर मेरी फेसबुक आईडी से अपलोड कर दिया। चौहान ने बताया कि उनके चुंगल से छूटने के बाद उन्होंने गलत वीडियो हटाकर अपने बयान का सही वीडियो अपलोड किया। चौहान का कहना है कि उनकी जान को जोशी से खतरा है, पिछले 8 दिनों से वह लगातार छुपते फिर रहे हैं। चौहान ने अपने आवेदन में आरोपी श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है। आईजी ने चौहान को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब है कि श्रेष्ठा जोशी और लाखन चौहान की बातचीत के पांच ऑडियो वायरल हुए हैं, जिनमें श्रेष्ठा लाखन को अश्लील गालियां देती सुनाई देती हैं। ऑडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने जोशी को पद से हटाते हुए स्पष्टीकरण मांगा था।