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कलियासोत पर बने पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय (स्वशासी) आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जायेगा। अगले वर्ष से यहाँ दो नये पाठ्यक्रम और रिसर्च-लेब शुरू होने के साथ ही चिकित्सालय एवं महाविद्यालय के लिये ऑडिटोरियम, चिकित्सालय गेट का निर्माण और परिसर का सौंदर्यीकरण, हॉस्पिटल इन्फार्मेशन मेनेजमेंट सिस्टम और NABH अधिमान्यता का प्रावधान भी होगा। यह निर्णय भोपाल संभागायुक्त श्री अजातशत्रु की अध्यक्षता में और प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती शिखा दुबे की उपस्थिति में हुई संस्थान की कार्यकारिणी समिति की बैठक में लिया गया।
आगामी वित्तीय वर्ष में चिकित्सालय में ईको कॉर्डियोग्राफी, टीएमटी, स्पेशियालिटी क्लीनिक, पैथालॉजी, माइक्रो बॉयोलॉजी और जाँच आदि की सुविधा भी बढ़ायी जायेगी। कार्यकारिणी समिति ने बीएएमएस और एम.डी. (आयुर्वेद) के शुल्क में वृद्धि की भी अनुशंसा की।
क्रेडिट आवर्स पाठ्यक्रम भी शामिल होंगे
समिति ने चिकित्सालय के विभिन्न लेब और रिसर्च मद में 15 लाख का प्रावधान करने के साथ अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को 30 क्रेडिट आवर्स के अतिरिक्त पाठ्यक्रमों को भी शामिल करने का निर्णय लिया। अधिक से अधिक लोगों को पंचकर्म का लाभ सुनिश्चित करने के लिये इस विभाग को भी सुसज्जित किया जायेगा। इसके अलावा कक्षाओं का आधुनिकीकरण, हर्बल गार्डन का विकास और आधुनिक उपकरणों की खरीदी भी की जायेगी।
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