भोपाल। प्रदेश की राजनीति इन दिनों पैर पढ़ने और पढ़वाने को लेकर गर्मा रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया से शुरू हुआ यह सिलसिला अब मुख्यमंत्री कमलनाथ तक जा पहुंचा है। विदिशा दौरे पर आए मुख्यमंत्री कमलनाथ के एक महिला जनप्रतिनिधि ने सार्वजनिक रूप से मंच पर पैर पढ़े। विपक्षी भाजपा ने इसे जहां शर्मनाक और अलोकतांत्रिक बताया है, वहीं कांग्रेस ने इसे सामान्य बताते हुए अभिवादन का तरीका निरूपित किया है।
हाल ही में ग्वालियर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया की आगवानी के लिए पहुंचे प्रदेश सरकार के मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने रेलवे स्टेशन पर ही सार्वजनिक रूप से साष्टांग दंडवत करके उनका अभिवादन किया था। इसके बाद देवास में एक कार्यक्रम में एक महिला अधिकारी द्वारा मंत्री सज्जनसिंह वर्मा के पैर पढ़ने पर भी काफी बयानबाजी हुई थी। मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सिलसिले की सबसे ताजा कड़ी हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ जिला चिकित्सालय के नए भवन और कई अन्य निर्माण कार्यों के भूमिपूजन के लिए विदिशा पहुंचे। यहां मंच पर चढ़ते ही एक महिला जनप्रतिनिधि ने झुककर मुख्यमंत्री के पैर छुए।
हमलावर हुई भाजपा, कांग्रेस ने बताया सामान्य बात
मुख्यमंत्री द्वारा एक महिला जनप्रतिनिधि से पैर पढ़वाने को लेकर विपक्षी भाजपा हमलावर हो गई है। पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने इसकी निंदा करते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी अपनी कार्यप्रणाली से लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री और मंत्री शासन के अधिकारियों, नेताओं से पैर पढ़वा रहे हैं, वह बहुत शर्मनाक है। ऐसा करके लोकतांत्रिक मूल्यों को भारी आघात पहुंचाया जा रहा है। वहीं, कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता संगीता शर्मा ने कहा है कि यह सामान्य रूप से अभिवादन का ही तरीका है। जिस तरह से कुछ लोग नमस्कार या प्रणाम करके अभिवादन करते हैं, वैसे ही कुछ लोग पैर छूकर अभिवादन करते हैं।