खसरे की नक़ल ऑनलाइन
भोपाल जिले में किसी भी आवेदक को अब खसरा-खतौनी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। जिला प्रशासन ने इसके लिए राजस्व से जुड़े सभी अहम दस्तावेजों को आॅनलाइन कर दिया है। जिले में 15 मार्च से सभी आवेदकों को आॅनलाइन खसरा-खतौनी एवं जमीन से जुड़े दीगर दस्तावेजों की नकल देने की सुविधा शुरू हो जाएगी। प्रशासन ने अब तक भोपाल के तकरीबन 3 लाख 47 हजार से ज्यादा खसरा-खतौनी को सर्वर पर अपलोड भी कर दिया गया है। अब तहसीलदार व नायब तहसीलदार के डिजिटल हस्ताक्षर होने शेष रह गए हैं, जो 11 मार्च तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। अब आम जनता को कियोस्क या लोकसेवा केंद्र के जरिए आॅनलाइन रखे हुए इन खसरों की नकल तत्काल दे दी जाएगी। स्कैनिंग से सुरक्षित किया डाटा: जिला प्रशासन ने एक पंथ दो काज की तर्ज पर पुराने व नए खसरा-खतौनियों को सुरक्षित रखने के लिए उनकी स्केनिंग कर आॅनलाइन किया गया। अब तक 3 लाख 47 हजार 413 खसरे सर्वर पर अपलोड हो चुके हैं। इनमें से 2 लाख 94 हजार 685 खसरे तो पटवारियों द्वारा सत्यापित किए गए हैं, शेष बचे हुए खसरे भी जल्द ही सत्यापित कराए जाएंगे। इस सत्यापन के बाद अब तहसीलदार नायब तहसीलदार को अपने क्षेत्रों के अधीन आने वाले खसरों पर डिजिटल हस्ताक्षर करने हैं। डिजिटल हस्ताक्षर होते ही एमपी भू-लेख डॉट जीओवी डॉट इन की साइट डाउनलोड कर दिए जाएंगे। वहीं, कलेक्टर निशांत वरवड़े ने भू- अभिलेख डाटा पर डिजिटल हस्ताक्षर करने के लिए सातों वृत्तों (हुजूर, बैरसिया, शहर, एमपी नगर, टीटी नगर, गोविंदपुरा व बैरागढ़) के तहसीलदार, नायब तहसीलदारों के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। इसके अनुसार, ये अधिकारी पटवारी द्वारा सत्यापित किए गए खसरों पर डिजिटल हस्ताक्षर करेंगे।