इंदौर। मानव तस्करी, आईटी एट, आर्स एट, शासकीय कार्य में बाधा, 144 उल्लंघन, लूट-मारपीट, धमकी, वसूली व धोखाधड़ी सहित करीब एक दर्जन मामलों में फरार आरोपी 20 हजार के इनामी भू-माफिया जितेन्द्र उर्फ जीतू सोनी के अवैध साम्राज्य को प्रशासन, नगर निगम व पुलिस की टीम ने गुरुवार को सूरज की पहली किरण के साथ ध्वस्त कर दिया।
जीतू सोनी के होटल और मकान को नेस्तनाबूत करने के लिए आज सुबह से काम शुरू हुआ। तुकोगंज क्षेत्र में स्थित होटल बेस्ट वेस्टर्न ओटू, गीताभवन चौराहे पर स्थित होटल माय होम, न्यू पलासिया में स्थित कॉफी-शापी ओटू और कनाडिय़ा रोड पर स्थित ऑलीशान आवास पर आज सुबह एक साथ कार्रवाई शुरू हुई। इन सभी स्थानों पर कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 6 बजे टीमें पहुंच गई थीहर स्थान पर इस समय पर पोकलेन मशीनें घड़़घड़ाने लगी। जेसीबी मशीन का पंजा निर्माण को गिराने के लिए उठने लगा। इसके साथ ही जीतू सोनी की सल्तनत को मिट्टी में मिलाने का अभियान आकार लेने लगा। चारों स्थानों पर शुरू हुई कार्रवाई में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे। कल देर रात तक इन निर्माणों को तोडऩे के लिए योजना बनाने का काम चल रहा था। सारी कार्रवाई आज आकार लेती हुई नजर आई।
उल्लेखनीय है कि जीतू सोनी ने अपने अखबार में हनी ट्रेप से जुड़े मामलों का खुलासा किया था। वहीं जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य विभागों द्वारा गत 30 नवंबर की रात जीतू सोनी के बंगले, होटल माय होम, होटल बेस्ट वेस्टर्न और ओ2 पब पर एक साथ कार्रवाई की थी। साथ ही जीतू सोनी व उनके बेटे के खिलाफ तुकोगंज, कनाडिय़ा, पलासिया और एमआईजी थाने में आईएक्ट, मानव तस्करी, धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। इस कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान भी खड़े हुए थे।
बंद कर दिए थे रास्ते
इन चारों स्थानों पर जहां कि कार्रवाई की जा रही थी वहां सामने सड़क पर आवाजाही का रास्ता बंद कर दिया गया था। इसके लिए पुलिस ने सुबह 6 बजे ही मोर्चा संभाल लिया था ताकि कोई भी व्यक्ति स्टापर हटाकर गाड़ी लेकर प्रवेश नहीं कर सके।
अधिकारी लेते रहे रिपोर्ट
जहां कार्रवाई चल रही थी वहां तो पुलिस, प्रशासन अथवा नगर निगम का एक भी नेतृत्वकर्ता वरिष्ठ अधिकारी नहीं आया, लेकिन इन तीनों ही विभाग के अधिकारी अपने मौके पर तैनात किए गए मातहतों के माध्यम से मौके की रिपोर्ट लेते रहे। कार्रवाई के आगे बढऩे की गति की जानकारी भी इन वरिष्ठों तक लगातार जाती रही।
वीडियों बनाकर अधिकारियों को भेजे
कई अधिकारियों ने अपने विभाग प्रमुखों को घटनाक्रम से प्रत्यक्ष रूप से रुबरू कराने के लिए उन्हें वीडियों बनाकर भिजवाए । अधिकारियों ने भी वीडियों देखकर अपने मातहतों को मार्गदर्शन देने का काम मोबाइल फोन और वायरलेस सेट के माध्यम से किया ।
नहीं आए विरोध करने
इस कार्रवाई को अंजाम देने के पूर्व पिछले चार दिनों में पुलिस एवं प्रशासन के द्वारा ऐसा माहौल बना दिया गया जिससे कि पहले से ही यह लग गया था कि अब तोडफ़ोड़ ही होना है। आज जब अमला तोडफ़ोड़़ को अंजाम देने के लिए मैदान में उतरा तो इस अमले की कार्रवाई का विरोध करने के लिए कोई सामने नहीं आया। वैसे भी कई प्रमुख व्यक्ति तो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार हो चुके है। जो गिरफ्तार नहीं हुए है वे अंडर ग्राउंड हो गए है। इस स्थिति को देखते हुए इस बात की उम्मीद भी नहीं थी कि कही कोई विरोध होगा।
ट्रैक्टर में भर कर लाए मजदूर
एक तरफ जहां मशीनों के माध्यम से निर्माणों को तोडऩे का काम तेज गति के साथ किया जा रहा था तो वहीं दूसरी तरफ भवन के अंदर के निर्माण जहां कि मशीन नहीं पहुंच सकती है वहां तोडफ़ोड़ को अंजाम देने के लिए मजदूर लगाए गए। इस कार्य के लिए सुबह करीब 8 बजे तीन ट्रैक्टरो में भरकर मजदूरों को होटल बेस्ट वेस्टर्न में ले जाया गया। यह मजदूर अपने साथ गेती, फावड़े, हथौड़े लेकर आए थे।
होटल की घरेलू गैस टंकी से भरा गई गाड़ी
कार्रवाई के दौरान माय होम से घरेलू गैस टंकियों का जखीरा मिला, देखते ही देखते पूरी गाड़ी गैस टंकी से भरा गई। पुलिस का कहना है कि खाद्य विभाग के माध्यम से इस मुद्दे पर भी कार्रवाई की जाएगी कि कमर्शियल जगह पर घरेलू गैस टंकी का उपयोग कैसे किया जा रहा था और इन टंकियों को कौन-सी गैस एजेंसी रिफलिंग कर रही थी उस पर भी कार्रवाई के संकेत प्रशासन और खाद्य विभाग के अधिकारियों ने दिए हैं। इधर अधिकारियों को आश्चर्य है कि इतनी बड़ी तादाद में यह टंकियां अन्दर रखी हुई थी, कुछ टंकियां बंकर से भी मिली है और अधिकारियों का कहना है कि सालों से रिस्क लेकर यह टंकियां यहां पड़ी थी कभी भी आगजनी या अन्य घटना में ब्लास्ट भी हो सकते थे। अब फिर से इस मामले में एक और प्रकरण आज दर्ज होने की संभावना जताई जा रही है।
कानोकान नहीं हुई किसी को खबर
कल शाम को जीतू सोनी के होटल और हवेली पर कार्रवाई करने के लिए जिलाधिकारी लोकेश जाटव, एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र और निगमायुक्त आशीष सिंह ने गोपनीय योजना तैयार की। इस बात की किसी को कानोकान भनक तक नहीं लगने दी। चूंकि पूरा मामला नगर निगम से संबंधित था और खबर लीक न हो, उसके चलते सुबह 9 बजे विधायक संजय शुक्ला के साथ क्षेत्र में सडक़ को लेकर दौरे की खबर चलाई गई। इधर, अंदरूनी तौर पर निगम टीम के अफसरों को साफ कर दिया गया था कि वे अलर्ट रहें। कल बड़ी कार्रवाई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चारों स्थानों पर अफसरों की ड्यूटी लगा दी।
देखनेवालों की लग गई भीड़
होटल में कार्रवाई शुरू होने से पहले ही वहां तमाशबीनों की भीड़ लग गई। आसपास की इमारतों में रहने वाले छतों, गैलरी और छज्जों से झांक रहे थे। लोगों में खुसुर-फुसुर चल रही थी कि इतनी बड़ी कार्रवाई कैसे हो रही है?
करना पड़ा लाइट का इंतजाम
होटल के सामने से ही बिजली के तार जा रहे थे। हालांकि कार्रवाई शुरू होने के पहले बिजली बंद करवा दी गई थी, लेकिन जब कार्रवाई शुरू हुई तो तार आड़े आने लगे, इसलिए इन्हें हटाया गया। बिजली बंद करवाने से एक समस्या आ गई कि बेसमेंट और अंदर के हिस्सों में अंधेरा हो गया। इसके बाद निगम ने लाइट का अस्थाई इंतजाम करवाया, ताकि कार्रवाई जारी रहे।
होटल माय होम दो बेसमेंट में पार्किंग बनानी थी, लेकिन मौके पर दो हॉल बने हैं जिनकी दीवारें तोड़ी गई। होटल की एक हैंगिंग को तोड़ा गया। साउथ तुकोगंज स्थित बेस्ट वेस्टर्न होटल की टॉप फ्लोर पूरी तरह अवैध निकला। इसके अलावा बेसमेंट में पार्किंग की जगह हॉल और कमरे बना लिए गए। वहां भी खुला क्षेत्र नहीं छोड़ा गया है जिसके लिए निगम को छतें तोडऩी पड़ी इसके अलावा साइड एमओएस के भी अवैध निर्माण हटाए गए। कनाडिय़ा रोड स्थित सोनी के बंगले पर काफी अवैध निर्माण मिला। वहां 2100 वर्गफीट की मंजूरी है, लेकिन बंगला सात से आठ हजार वर्गफीट जमीन पर बना रखा था। इसके अलावा आसपास भी अवैध कब्जा मिला। इन सभी अवैध निर्माण और कब्जों को हटाया गया। न्यू पलासिया स्थित ओ2 कैफे में साइड और फ्रंट में अवैध निर्माण हैं जिन्हें तोड़ा गया तीसरी मंजिल का भी अवैध हिस्सा तोड़ा गया।