इंदौर। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज सुबह इंदौर पहुंचे । वे यहां के कार्यक्रम के बाद उज्जैन रवाना होंगे । जहां वे बाबा महाकाल के दर्शन करने के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में भाग लेकर उन्हें जनता के बीच नागरिकता संशोधन कानून को लेकर घर-घर जाकर जनजागरण करने के बारे में बताएंगे । वहीं उनके आगमन पर भाजपा की सभी तैयारियों पर प्रशासन ने पानी फेर दिया है । फिर जिस रूट को प्रशासन ने फाइनल किया मजबूरन भाजपा को उसे ही स्वीकार करना पड़ा ।
दरअसल, अध्यक्ष बनने के बाद वे पहली बार इंदौर आ रहे हैं, ऐसे में अपने अध्यक्ष की तैयारियों के लिए यहां भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त तैयारी कर रखी थी, लेकिन प्रशासन नेउनकी रैली के लिए अनुमति नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का हवाला देकर नहीं दी । इसके बाद भाजपा ने जो एयरपोर्ट से राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे तक मार्ग में जगह-जगह उनका स्वागत करने की योजना बनाई, उस पर भी प्रशासन ने उनके पूरे मार्ग को बदल दिया । भाजपा के बताए रूट को बदलकर प्रशासन ने उसे जवाहर मार्ग के बजाय बड़ा गणपति, गंगवाल बस स्टैंड चौराहा, केसरबाग ब्रिज होते हुए शुभकारज गार्डन कर दिया । यहां तक कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने जो बड़ा गणपति चौराहे पर अपने कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के स्वागत में स्वागत मंच और लाउड स्पीकर लगाए थे उन्हें भी प्रशासन ने हटवा दिया। जिसके बाद स्थानीय भाजपा नेताओं में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
नड्डा की रैली 11.30 बजे बड़ा गणपति चौराहा से प्रारंभ हुई है । यह रैली राजीव गांधी प्रतिमा चौराहे पर समाप्त होगी जहां नड्डा जनसभा को संबोधित करेंगे। अपने संबोधन के दौरान नड्डा नागरिकता संशोधन कानून के संबंध में लोगों को जनकारी देंगे। रैली में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, विधायक और कई नेता शामिल है।
उधर, रविवार अपने कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की आगवानी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सहित तमाम भाजपा नेता व पूर्व प्रदेश सरकार में रहे मंत्रीगण इंदौर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने पहुंचे । नड्डा के इस प्रवास को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि शुभकारज गार्डन में दोपहर 01 बजे जिस कार्यक्रम में हमारे कार्यकारी अध्यक्ष शामिल होंगे, वहां वे लोग भी रहेंगे, जिन्हें देश की नागरिकता मिल चुकी है या जिन्हें नागरिकता कानून के प्रभावी होने के बाद मिलने वाली है। कहना यही है कि वे सिंधी समाज और सिख समाज सहित ऐसे लोगों से मिलेंगे जो बरसों से नागरिकता बिल की प्रतीक्षा कर रहे थे। इसके बाद उनका उज्जैन का कार्यक्रम है।