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कोलार से सटे जंगल में बाघिन की सक्रियता बढ़ने के बाद युवा बाघ ने दोबारा धमक जमाई है। दोनों एक ही टेरेटरी (एक ही क्षेत्र) में साथ-साथ घूम रहे हैं। पिछले चार दिन में दोनों मेंडोरा के जंगल में दो गाय का शिकार कर चुके हैं। 2 जुलाई को तड़के बाघिन ने मेंडोरा में अकेले गाय का शिकार किया था। उसके बाद जंगल में 5 और 6 जुलाई की रात दो गाय का शिकार और हुआ। वन विभाग के ट्रैप कैमरों में आए बाघों के फुटेज में बाघिन टी-123 व बाघ टी-121 को साथ में शिकार करते देखा गया है। उसके बाद जंगल में बाघ मूवमेंट से जुड़े क्षेत्रों में चारों तरफ सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही पैदल गश्ती टीमें तैनात की गई हैं। जंगल से होकर गुजरने वाले रास्तों में रात्रि के दौरान आवागमन पर कड़ी पाबंदी लगा दी है। बुलमदर फार्म से केरवा और कलियासोत से बुलमदर फार्म जाने वाले मार्ग पर लोगों को रात में संभलकर चलने की सलाह दी गई है।
पहली बार ऐसा हुआ है, जब पिछले चार दिनों से बाघ और बाघिन का मूवमेंट एक ही क्षेत्र में है। छह महीने पहले बाघिन के साथ बाघ को देखा गया था। उसके बाद से बाघिन अकेले शिकार कर रही थी। मेंडोरा के जंगल में पिछले 8 महीने से बाघिन टी-123 सक्रिय है। उसके पहले युवा बाघ टी-121 सक्रिय था। बीच में वह जंगल छोड़ चुका था। अब बाघ दोबारा लौट आया है। बाघ और बाघिन के साथ घूमने से उनके जंगल से बाहर निकलने का भी खतरा है। इसे देखते हुए वन विभाग ने टाइगर पेट्रोलिंग में लगी क्रेक, सामान्य गश्ती और बीटगार्ड को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। ताकि बाघ व बाघिन के मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा सके। जंगल से सटे गांव में रहने वाले लोगों को भी रात्रि में सतर्क रहने की समझाइश दी जा रही है।
बारिश के बाद जंगल में घास उगने लगी है। जिसके कारण गौशालाओं में पाले गए मवेशियों की संख्या जंगल में बढ़ी है। इसके कारण बाघ व बाघिन को आसानी से शिकार मिल रहे हैं। बाघ पूर्व में राजधानी से सटे जंगल में रह चुका है, इसलिए उसके लिए जंगल नया नहीं है। साथ ही वह बाघिन टी-123 का भाई भी है। पूर्व में दोनों साथ-साथ रह चुके हैं।
रखें सावधानी
जंगल के आसपास घूमे, लेकिन अधेरा होने पर लौट जाएं। सड़कों के अलावा घने जंगल में जाने की कोशिश न करें।दिन में भी जंगल वाले रास्तों से होकर आवागमन को टालें।जंगल वाले रास्तों से होकर गुजरना है तो समूह में गुजरें।
बारिश के दौरान या रात्रि में आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास बाघ दिखने पर मोबाइल नंबर 9424790553 व 9424790561 पर सूचना दी जा सकती है।
समरधा के रेंजर अरविन्द अहिरवार ने बताया दो बाघ साथ में घूम रहे हैं। जिसके चलते उनकी सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी किया है। लोगों को भी समझाइश दी जा रही है कि रात्रि के दौरान जंगल वाले रास्तों से होकर आवागमन टाले। जरूरी हो तो समूह में जाएं।
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