खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में लोकायुक्त पुलिस ने गुरुवार सुबह पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर (बीईओ) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित बीईओ ने शिक्षक का रुका हुआ वेतन निकालने के बदले में 10 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए कसरावद में लोकायुक्त इंदौर की टीम ने ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। शिक्षा अधिकारी के खिलाफ लोकायुक्त नियमानुसार कार्रवाई कर रही है।
लोकायुक्त डीएसपी शिव सिंह यादव के अनुसार राकेश वर्मा ढालखेड़ा में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। सितम्बर-अक्टूबर महीने में उनकी तबीयत खराब हो गई थी। इस पर उन्होंने मेडिकल लीव ली थी। राकेश वर्मा ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर अनिल शर्मा को सभी दस्तावेज दिखाने के बाद भी वे मेडिकल लीव का डेढ़ माह का वेतन निकालने के एवज में उनसे 10 हजार की मांग कर रहे थे। राकेश वर्मा ने इसकी जानकारी अपने बेटे ऋतिक वर्मा को दी। फरियादी के बेटे ने इस संबंध में 11 फरवरी को इंदौर लोकायुक्त को शिकायत की थी। फरियादी ने बताया कि अब तक वे शर्मा को 8 हजार रुपये दे चुके हैं। जांच में शिकायत सही पाए जाने के बाद लोकायुक्त ने बीईओ को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। योजना अनुसार गुरुवार सुबह फरियादी को रिश्वत के पांच हजार रुपये लेकर आरोपी से मिलने कसरावद में विजय स्तंभ चौराहा के पास बुलाया। वहां पर जैसे ही बीईओ ने रिश्वत के पैसे लिए वहां पर पहले से तैनात लोकायुक्त पुलिस ने बीईओ को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार शर्मा उत्कृष्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य होने के साथ ही वर्तमान में ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर के पद पर पदस्थ हैं।