भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार की नई शराब नीति को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। पक्ष और विपक्ष इस पूरे मामले में आमने सामने हो गए है। एक तरफ भाजपा शराब नीति का विरोध कर रही है और सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रही है। वहीं कमलनाथ सरकार के मंत्री गोविंद सिंह ने नई शराब नीति को अच्छा बताते हुए इसका समर्थन किया है।
शुक्रवार को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने नई शराब नीति पर अजीबों गरीब बयान दिया। उन्होंने कहा कि नई शराब नीति बहुत बढिय़ा है और इसके लागू होने के बाद अब साफ सुधरी शराब मिलेगी। लोग मिलावटी शराब नहीं पीएंगे। आगे उन्होंने कहा कि शराब पीने वालों पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं होना चाहिये, शराब पीने वालों को कोई जबर्दस्ती तो पिलाता नहीं है। गोविंद सिंह ने नई शराब नीति का समर्थन करते हुए कहा कि देश में प्रजातंत्र है और सभी खाने पीने के लिए स्वतंत्र है। हम तो इस पर कोई प्रतिबंध नहीं चाहते है।
शिवराज के बयान पर किया कटाक्ष
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शराब नीति को लेकर दिए बयान और सीएम कमलनाथ को पत्र लिखे जाने पर मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह केवल थोथले बयान देते है। शिवराज पहले अपने गरेबान में झांक कर देखें, 15 साल में तो कुछ कर नहीं पाए। उन्होंने कहा कि नीति को लागू करने का मकसद केवल इतना है कि गाँव मे साफ सुधरी शराब मिल जाये, लोग मिलावटी शराब ने पीये। इस नीति में गांवों में बढ़ रहे शराब माफिया खत्म होंगे।