कोलार में कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी
कोलार में वायु प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए जल्द ही सड़क पर कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाया जा सकता है। राजधानी में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण धूल है। यह धूल वाहनों के धुएं के साथ घुलकर पर्टिकुलेट मैटर में तब्दील हो जाते हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर भोपाल के लिए बनाई गई प्रदूषण नियंत्रण निगरानी समिति सड़कों पर कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाने की तैयारी कर रही है। समिति के अध्यक्ष संभागायुक्त अजातशत्रु श्रीवास्तव का कहना है कि सड़कों पर फेंका जाने वाला कचरा ही गाड़ियों के पहियों के नीचे पिसकर धूल में बदल जाता है। यही धूल या तो सड़कों के किनारे जमा हो जाती है, या फिर उड़ते हुए हवा में तैयारी रहती है। सड़कों पर कचरा न फेंका जाए, इसे रोकने के लिए नीति तैयार की जा रही है। इसके लिए नगर निगम के माध्यम से जुर्माना लगाया जा सकता है।
गौरतलब है कि राजधानी में 6 स्थानों पर वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगे हैं। इनमें से पर्यावरण परिसर को छोड़कर सभी पांचों स्थानों पर वायु प्रदूषण तय मानक से अधिक है। सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़, सेप्ट गोविंदपुरा, कोलार रोड, हमीदिया रोड, बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी होशंगाबाद रोड पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 60 से 65 के बीच है। जबकि अच्छी हवा के लिए एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से कम होना चाहिए।
कहां कितना है एयर क्वालिटी इंडेक्स
पर्यावरण परिसर - 46.7
सिविल हॉस्पिटल बैरागढ़ - 62
सेप्ट गोविंदपुरा - 62.6
कोलार रोड - 64
हमीदिया रोड - 61.7
होशंगाबाद रोड - 63.4