भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने 75 पार के नेताओं को टिकट न देने के फॉर्मूले के बाद एक और नया नियम बनाया था। नियम के तहत जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों के लिए भी उम्र का बंधन लागू किया गया था। पार्टी ने तय किया था कि 50 साल से ज्यादा की उम्र वालों को जिला और नगर अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। जबकि 35 साल से ज्यादा उम्र वालों को मंडल अध्यक्ष पद नहीं दिया जाएगा। वहीं इससे उलट भाजपा द्वारा जारी जिला अध्यक्ष की सूची में नियम की खुलकर उल्लंघन किया गया है।
मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। पार्टी द्वारा तय की गई गाइडलाइन के अनुसार 55 वर्ष से अधिक उम्र के नेता को भाजपा का जिला अध्यक्ष नहीं बन सकता। लेकिन कटनी में सभी नियम को शिथिल करते हुए 56 वर्षीय रामरतन पायल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रामरतन पायल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के खास समर्थक बताए जाते हैं। स्थानीय स्तर पर भाजपा के सभी विधायकों ने और नेताओं ने रामरतन पायल का विरोध भी किया था। इसके बाद भी नियमों को शिथिल करते हुए पायल को कटनी भाजपा जिला अध्यक्ष घोषित किया गया है।
उधर, जब इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से बातचीत करने का प्रयास किया गया तो उनसे बात नहीं हो सकी है। वहीं, इस निर्णय से नाराज तमाम लोगों ने कहा कि अब पार्टी अपनी सहूलियत के हिसाब से निर्णय लेने लगी है, जिन्हें महत्वपूर्ण पद पर नहीं बैठाना चाहती, उसके लिए नियमों का हवाला दे दिया जाता है और जिसे पद देना होता है तो उसके लिए कोई नियम लागू नहीं होता । इस दौरान इन लोगों का कहना यह भी था कि पार्टी की मध्यप्रदेश में हार का कारण भी यही है कि भाजपा में अब सही निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं।