भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में एक विधेयक पर कांग्रेस की सरकार का समर्थन करने वाले ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक शरद कोल ने मंगलवार को भोपाल पहुंचकर प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात की। मंत्री से चर्चा के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं अपने क्षेत्र के काम की वजह से जीतू पटवारी से मुलकात करने आया था। मैं अभी भी भाजपा का ही सदस्य हूं। मेरे बारे में कौन क्या कहता है, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
दरअसल, भाजपा विधायक शरद कोल मंगलवार को जब मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे, तो राजनीतिक गलियारों में उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गई थीं, लेकिन लेकिन जीतू पटवारी से काफी लम्बी चली मुकाकात के बाद विधायक शरद कौल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री से अपने क्षेत्र में एक कॉलेज के संबंध में चर्चा करने आए थे। अब कोई क्या सोचता है इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। विधायक तो वे भाजपा के ही हैं। अगली बार फ्लोर टेस्ट होने पर कांग्रेस या भाजपा को वोट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय बताएगा किसे दूंगा वोट।
गौरतलब है कि विधानसभा के पिछले सत्र में भाजपा के दो विधायकों शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र से शरद कौल और सतना जिले की मैहर विधानसभा क्षेत्र से नारायण त्रिपाठी ने एक विधेयक पर सरकार का समर्थन किया था। इसके बाद दोनों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ पत्रकारवार्ता कर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और भाजपा सरकार पर जमकर भड़ास निकाली थी। हालांकि पिछले महीने विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के साथ मीडिया से बात कर भाजपा के साथ होने की बात कही थी। नारायण त्रिपाठी भी तब मंत्री जीतू पटवारी से अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मिले थे और अब शरद को भी मंत्री पटवारी से मिलने पहुंच गए।
शरद कौल के खेल मंत्री से मिलने पर भाजपा प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि इस तरह की मुलाकातें एक सामान्य प्रक्रिया है। जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तब कांग्रेस के विधायक भी भाजपा सरकार के मंत्रियों से मिलने आते रहते हैं।