कोलार में डेंगू ,152 घरों में मिला डेंगूलार्वा
पांच साल बाद राजधानी में डेंगू संक्रमण फिर कहर बनकर सामने आ रहा है। इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है। बुधवार को नौ नए मामले सामने आने के साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या 209 हो गई है। कोलार क्षेत्र में लार्वा सर्वे करने पहुंची टीम को 152 घरों में डेंगू का लार्वा मिला। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के कई कारण हैं, लेकिन सफाई को लेकर लोगों में जागरूकता की कमी इसकी मुख्य वजह है। वर्ष 2009 में शहर में डेंगू के 228 मामले सामने आए थे। इसके बाद कभी भी डेंगू के मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा नहीं हुई थी। बुधवार को डेंगू के सबसे ज्यादा छह मामले कोलार में दर्ज हुए। इसके अलावा एक केस मिनाल रेसीडेंसी, एक साकेत नगर और एक मामला हिनोतिया आलम में मिला है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों ने कोलार के सर्वधर्म ए, बी और सी सेक्टर के 618 घरों में लार्वा सर्वे किया। इसमें से जिन घरों में लार्वा मिला, उनमें से सिर्फ चार घरों में पानी जमा पाए जाने पर चालानी कार्रवाई की गई। बाकी को समझाइश देकर सावधानी बरतने की हिदायत दी गई। सर्वे के दौरान लोगों ने विभाग की कार्रवाई का विरोध किया। हालात यह थे कि लोग अधिकारियों की बात सुनने को तैयार नहीं थे।सीएमएचओ डॉ. पंकज शुक्ला ने बताया कि यह एक ट्रेंड है कि तीन-चार साल बाद डेंगू के मामलों में अचानक बढ़ोतरी होती है। इसके बाद कुछ सालों तक व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता कायम रहती है और डेंगू के केस कम हो जाते हैं। प्रतिरोधक क्षमता के कम होने से कुछ सालों बाद मरीजों की संख्या फिर बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि इस बार बारिश भी रुक-रुककर हुई। इससे मच्छरों काे पनपने का मौका मिल गया। इसके अलावा अब शहर में डेंगू के हर केस को डिटेक्ट किया जा रहा है। इससे भी डेंगू के केस ज्यादा नजर आ रहे हैं। कब, क्या स्थितिवर्ष डेंगू के केस2009 2282010 792011 62012 302013 1652014 209