कॉलेज की जमीन पर भूमाफिया की नजर
कोलार इलाके में अफसरों और भू माफियाओं की मिलीभगत के कारण जो हो जाये सो कम है । इस इलाके में स्कूल ,कॉलेज और बगीचों की जमीन तक सुरक्षित नहीं है । अकबरपुर में शासकीय वाणिज्य एवं विज्ञान बेनजीर कॉलेज के लिए आवंटित जमीन पर भू माफियाओं ने कब्ज़ा कर खेती करना शुरू कर दिया है और कोलार नगर पालिका के अफसर कुम्भकरण की नींद सोय हुए हैं ।कोलार के अकबरपुर में शासकीय वाणिज्य एवं विज्ञान बेनजीर कॉलेज के लिए आवंटित जमीन पर खेती की जा रही है। वहां पर लगे कॉलेज के नाम का बोर्ड भी उखड़ चुका है। जानकारी के मुताबिक कोलार की राजहर्ष कालोनी क्षेत्र में स्थित इस जमीन को वर्ष 2012 में करीब 1.19 हेक्टेयर जमीन शासन ने कॉलेज को आवंटित की थी। कॉलेज प्रबंधन को इसका पजेशन भी दे दिया गया। लेकिन हैरत की बात है कि जमीन के आबंटन के बाद न तो कॉलेज प्रबंधन न ही शासन प्रसाशन जमीन की सुरक्षा को लेकर नहीं गंभीरता बरत रहा है जिसके चलते भू-माफिया की टेड़ी निगाह इस जमीन पर लगीं हुर्इं हैं। हालांकि शासन ने शासकीय कॉलेज को शिफ्ट करने के लिए 25 अप्रैल 2012 को आदेश जारी कर दिए है। आदेश जारी होने के बाद कॉलेज बनने का रास्ता साफ हो गया है।कोलार में अब तक कॉलेज नहीं है , उपनगर कोलार में सरकारी कॉलेज की कमी लोगों को बेहद खलती है। हालात यह हैं कि हर साल हजारों बालिकाएं अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ने मजबूर हैं। सरकारी कॉलेज निर्माण के लिए शासन ने 1.19 हैक्टर भूमि का का आवंटन किया है। सीमांकन भी किया गया है। शासकीय विज्ञान-वाणिज्य महाविद्यालय बेनजीर कालेज को शिफ्ट किया जाना है। नया नाम अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद कालेज जाना जाएगा। यहां कॉलेज खुलने से कॉलेजों में एडमीशन लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या में इजाफा होगा वहीं दूरदराज कॉलेजों में जाने से परेशानी से राहत मिलेगी। कोलार के आस-पास कॉलेज नहीं होने से ग्रामीण इलाकों के छात्र-छात्राओं को बहुत राहत मिल सकेगी।स्थानीय रहवासियों ने बताया कि कॉलेज की जमीं पर लगे कॉलेज के बोर्ड को भी उखाड़ कर फेंक दिया है। भू-माफिया की नजर इस जमीन पर है, वो इस पर अतिक्रमण कर भवनों का निर्माण करना चाहते हैं। इसलिए उस पर खेती करवाई जा रही है। ताकि, उसकी आड़ में विवाद खड़ा न किया जाए और कॉलेज के प्रस्ताव को प्रभावित किया जाए।जानकारी के मुताबिक 2012 में करीब 1.19 हेक्टेयर जमीन शासन ने कॉलेज को आवंटित की थी। जमीन का खसरा नंबर 327 है। कॉलेज प्रबंधन को इसका पजेशन भी दे दिया गया। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि कॉलेज की जमीन पर कब्जे की कोशिश के बारे में पता चला है। उसके संरक्षण के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे। साथ ही पुलिस को कब्जा करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए पत्र लिखा जाएगा।