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राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने कहा कि विश्वविद्यालय ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने, उनके उन्नयन और स्वरोजगार की ओर विशेष ध्यान दें। साथ ही कौशल विकास जैसी रोजगारपरक शैक्षणिक शैली के माध्यम से विद्यार्थियों के स्वावलम्बन की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करें। राज्यपाल ने भोपाल राजभवन में महात्मा गांधी ग्रामोदय चित्रकूट विश्वविद्यालय, के प्रबंध मण्डल की 51 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्देश दिये। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डॉ. एम मोहनराव, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अशीष उपाध्याय, कुलपति प्रो.एन.सी गौतम, प्रबंध मंडल के सदस्य तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य आदिवासी बाहुल्य चित्रकूट परिक्षेत्र के समग्र विकास के लिए तथा मानवीय चेतना को विकसित कर उन्हें राष्ट्र केविकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि चित्रकूट क्षेत्र उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की सीमा से सटे होने के कारण इस विश्वविद्यालय का महत्व और दायित्व बहुत बढ जाता है। छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के साथ इस क्षेत्र की सभ्यता और संस्कृति को पूरे देश एवं विदेश में पहुँचाना हमारा कर्तव्य है। राज्यपाल श्री कोहली ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में स्वच्छ वातावरण निर्मित करने का प्रयास करना चाहिए।
बैठक में चित्रकूट विश्वविद्यालय के प्रबंध मंण्डल की 52 वीं बैठक चित्रकूट सतना में ही आयोजित करने का निर्णय लिया गया ।
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