शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की करैरा तहसील खोड़ चौकी क्षेत्र स्थित पत्थर खदानों पर माफियाओं को वन विभाग की टीम के रोकने से नाराज खनन माफिया ने उन पर अचानक से हमला बोल दिया। जिसमें एक डिप्टी रेंजर सहित उनके सहयोगी को गंभीर चोटें आई हैं । दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना बुधवार रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच की है। माफियाओं ने वन विभाग के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है । पुलिस ने पांच लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा एवं जानलेवा हमले जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
पुलिस के अनुसार जब अमोला सब रेंज प्रभारी डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता समेत वनरक्षकों ने पत्थर खदानों से अवैध खनन कर लौट रहे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की, तो पत्थर माफिया ने उन पर हमला कर दिया। जिसमें कि डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता और उनके साथी नीरज राजोरिया के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है।
डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग करमई के जंगल में पत्थर की खदान से अवैध पत्थर भरकर ट्रैक्टर से परिवहन कर रहे हैं। सूचना मिलते ही डिप्टी रेंजर ने एक छोटी टीम अपने साथ कार्रवाई के लिए ली और मौके पर पहुंचे। जब वे घटनास्थल पर पहुंचते तब तक खनन माफिया अपने ट्रैक्टर को तेज गति से भगाते हुए नावली गांव के अंदर ले गया था । इसके बाद ट्रैक्टर का पीछा करते हुए वन विभाग की टीम पत्थरों से लदे ट्रैक्टर तक जा पहुंचीं।
इस बीच वन विभाग की टीम को अपने पास आता देख चालक ने ट्रैक्टर मालिक एवं अन्य खनन माफियाओं को इसकी सूचना दे दी, इस पर खनन माफिया कार से पहुंचे और वन विभाग के लोगों का रास्ता बीच में ही रोक लिया । चालक पर 315 बोर का देसी कट्टा तानकर उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों पर पत्थरों से हमला बोल दिया, जिसमें कि किसी तरह से डिप्टी रेंजर और वन कर्मचारी अपनी जान बचाकर वहां से भागे लेकिन इस पर भी माफियाओं के फैंके गए पत्थरों से वन विभाग के कई कर्मचारी घायल हो गए । सबसे अधिक चोट अमोला सब रेंज प्रभारी डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता को आई हैं।