भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले दिनों यूरिया संकट को लेकर जमकर राजनीति हुई। पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप के साथ ही किसानों को भी यूरिया के लिए घंटों लाईन में लगकर परेशान होना पड़ा। ऐसे हालात में यूरिया की समस्या से निपटने के लिए अब कमलनाथ सरकार नया प्रयोग करने जा रही है। प्रदेश सरकार नैनो यूरिया कॉन्सेप्ट की शुरूआत करने जा रही है। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि खरीफ सीजन से पहले किसानों को यह उपलब्ध कराया जाएगा।
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने यूरिया आपूर्ति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया का कॉन्सेप्ट के साथ कमलनाथ सरकार का नया प्रयोग करने जा रही है। इस कॉन्सेप्ट के तहत एक बोटल में एक बोरी के बराबर यूरिया मिलेगा। मंत्री शर्मा ने कहा कि इस प्रयोग से यूरिया खराब होने की समस्या से मुक्ति मिलेगी, एक बोटल में यूरिया आ जाएगा। खरीफ सीजन से पहले किसानों को नैनो यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा।
सेवादल के ट्रेनिंग शिविर में हुए बवाल पर जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि सेवादल के अध्यक्ष लालजी देसाई ने साफ कर दिया है। कोई एक साल पुरानी किताब लेकर आ गया था। होशंगाबाद जिले में महिलाओं को खेती के क्षेत्र में सम्मान मिलने और प्रदेश को कृषि कमृण अवार्ड मिलने पर मंत्री शर्मा ने सीएम कमलनाथ और कृषि मंत्री सचिन यादव को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही हमेशा सीएम कमलनाथ ने किसानों और उससे जुड़ी चीजों पर काम किया। ऋणमाफी के वचन को पूरा किया। इसके अलावा मसालों की खेती के लिए कमलनाथ सरकार किसानों को अनुदान देगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश लगातार उद्योग निवेश की बात हो रही है। उद्योग के क्षेत्र में निवेश के लिए सीएम कमलनाथ एक बार फिर दावोस जाएँगे। निवेश आकर्षण से आता है और सीएम के प्रयास से लगातार प्रदेश में उद्योग आ रहे है। जिससे सीधे 70 प्रतिशत युवाओं को उद्योग जोड़ेगा।