विशेष

पटना । बिहार का यह चुनाव केवल विधानसभा की लड़ाई नहीं, बल्कि एक विचार की परीक्षा है। क्या भारत को स्थिर,निर्णायक और जिम्मेदार नेतृत्व चाहिए? दुनिया के बदलते हालातों के बीच बिहार की जनता इस सवाल का जवाब देने जा रही है। हो सकता है यह चुनाव नतीजों से ज्यादा, एक 'वैचारिक संदेश' के लिए याद किया जाए कि जब दुनिया उथल-पुथल में हो, तो भारत की जनता स्थिरता को चुनती है।   वरिष्ठ पत्रकार लवकुश मिश्रा की मानें, तो इस बार बिजली, सड़क, पानी मुद्दा नहीं है, शिक्षा-रोजगार-उद्योग मुद्दा जरूर है। बिहार के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज भी एक विश्वास हैं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ब्राण्ड हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के हालात तेजी से बदल रहे हैं। पश्चिम एशिया में युद्ध, रूस-यूक्रेन टकराव,एशिया में शक्ति संतुलन की नई बिसात और वैश्विक अर्थव्यवस्था की उठापटक जैसे माहौल में भारत एक उभरती शक्ति के रूप में नजर आ रहा है। यही कारण है कि देश के हर चुनाव में अब सवाल सिर्फ रोजगार,शिक्षा या सड़क तक सीमित नहीं, बल्कि कौन भारत को सुरक्षित और मजबूत रख सकता है? बिहार विधानसभा चुनाव में यह सवाल और गहराई से गूंज रहा है।   पत्रकार लवकुश मिश्रा ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की भूमिका अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी—20 से लेकर संयुक्त राष्ट्र तक भारत को निर्णायक आवाज दी है। वहीं, अमेरिका, रूस और यूरोप के बीच संतुलन बनाना भी भारत की विदेश नीति की नई ताकत के रूप में देखा जा रहा है। इस माहौल में बिहार के मतदाता भी कह रहे हैं कि अब हमें सिर्फ स्थानीय नहीं, राष्ट्रीय सोच वाला नेतृत्व चाहिए।   मुजफ्फरपुर निवासी युवा मतदाता सुधीर कुमार गुप्ता कहते हैं कि दुनिया में जैसे हालात हैं, भारत को कमजोर सरकार नहीं चाहिए। मजबूत नेतृत्व ही देश को दिशा दे सकता है। बिहार को भी वैसा नेतृत्व चाहिए, जो देश के साथ कदम मिलाकर चले। उनके साथी रवि ने कहा कि रोजगार तो जरूरी है, लेकिन अगर देश कमजोर हुआ, तो सब बेकार। हमें ऐसा नेता चाहिए, जो भारत की ताकत बढ़ाए और बिहार को भी सुरक्षा और सम्मान दे। मतदाताओं के ऐसे विचार इस बात की ओर इशारा करते हैं कि बिहार की राजनीति में पहली बार वैश्विक घटनाओं का अप्रत्यक्ष असर दिख रहा है।   राजग का नारा : 'मजबूत भारत, सुरक्षित बिहार'   राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) इस बार चुनाव में मजबूत भारत, सुरक्षित बिहार को केंद्रीय थीम बना रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदीप दूबे कहते हैं कि दुनिया में जो उथल-पुथल है, उसमें भारत को स्थिर और निर्णायक सरकार की जरूरत है। बिहार के लोग जानते हैं कि मजबूत भारत तभी बनेगा, जब हर राज्य मजबूत होगा। भाजपा की रणनीति साफ है-राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भर भारत और विकास के मुद्दों को स्थानीय स्तर पर जोड़कर मतदाताओं तक पहुंचाना।   युवाओं की अपेक्षा, अवसर और सुरक्षा दोनों   युवा मतदाता अमरेश कहते हैं कि अब चुनाव में सिर्फ जातीय समीकरण नहीं चलेगा। देश की स्थिति देखकर युवा सोचने लगा है कि कौन भारत को सही दिशा दे सकता है। वैश्विक दौर में जब भारत तकनीक, रक्षा और अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ रहा है, तो बिहार को भी वही ऊर्जा चाहिए। हमें विकास की राजनीति चाहिए।   युवा पीढ़ी चाहती है कि भारत की ताकत सिर्फ बाहरी नहीं, आंतरिक भी हो। युवा मतदाता अमरेश कहते हैं कि हमें ऐसा नेतृत्व चाहिए जो रोजगार दे, लेकिन साथ ही देश का मान-सम्मान भी बचाए। ताकत सिर्फ सैन्य नहीं, आर्थिक भी होनी चाहिए।   मोदी फैक्टर अब भी निर्णायक   राजनीतिक विश्लेषक संतोष चौधरी का मानना है कि वैश्विक अस्थिरता के बीच प्रधानमंत्री मोदी की छवि निर्णायक नेता की बन चुकी है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर मोदी की छवि का असर घरेलू राजनीति पर पड़ रहा है। मतदाता अब सुरक्षा, स्थिरता और वैश्विक प्रतिष्ठा को भी वोट देने का कारण मानने लगे हैं। बिहार इसका अपवाद नहीं है।   गांवों में भी गूंज रहा है वैश्विक संदर्भ   जहां पहले गांवों में चर्चा होती थी-सड़क कब बनेगी? अब सवाल है, देश का भविष्य किसके हाथों में सुरक्षित रहेगा? रोहतास जनपद के रहने वाले चन्द्रमा तिवारी कहते हैं कि आज दुनिया में भारत का नाम है, लेकिन अगर राजनीति अस्थिर हुई, तो सब कुछ खतरे में पड़ जाएगा। हमें जातीय नेता या पार्टी नहीं, स्थिर सरकार चाहिए। इस तरह पहली बार बिहार की ग्रामीण राजनीति में विश्व राजनीति की परछाई दिख रही है।   मुद्दे पुराने, सोच नई   बिहार में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे पारंपरिक मुद्दे अब भी मौजूद हैं, लेकिन मतदाता इस बार के चुनाव को राष्ट्र की स्थिरता से जोड़कर देख रहे हैं। मतदाता लल्ली तिवारी,चर्तुभुज चौधरी और संतोष ने कहा कि देश सुरक्षित रहेगा, तो राज्य भी आगे बढ़ेगा। इस बार यह भावना खासकर युवाओं और मध्यम वर्ग के मतदाताओं में खासा दिखाई दे रहा है।   महिलाएं भी इस बार निर्णायक   बिहार की शिक्षित महिला मतदाता भी कह रही हैं कि उन्हें सुरक्षा और सम्मान दोनों चाहिए। कोचस की शारदा देवी, बिन्दु और आकांक्षा देवी ने कहा कि अगर देश मजबूत होगा, तो महिलाओं की सुरक्षा भी बढ़ेगी। हमें स्थिर सरकार चाहिए जो कानून पर सख्त और समाज के प्रति संवेदनशील हो। महिलाओं के बीच यह भावना राजग के लिए सकारात्मक माहौल बना रही है।   जातीय गणित से आगे बढ़ रहा चुनाव   राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस बार जातीय समीकरणों की भूमिका तो रहेगी, लेकिन निर्णायक नहीं। आरा के रहने वाले राजेंद्र तिवारी कहते हैं कि अब बिहार में जाति नहीं, नेतृत्व का भरोसा काम करेगा। मतदाता वैश्विक हालात समझ रहे हैं। वे ऐसे नेतृत्व को मौका देना चाहते हैं, जो न सिर्फ बिहार, बल्कि भारत को भी आगे ले जा सके।   अबकी बार भारत की मजबूती का संदेश देगा बिहार   राजनीतिक जानकार राजन पाण्डेय कहते हैं कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता का नहीं, बल्कि नेतृत्व के भरोसे का भी है। मतदाता श्रीमोहन राय और सीताराम राय कहते हैं कि बिहार का मतदाता अब स्थानीय हितों से ऊपर सोच रहा है। यह संकेत है कि भारतीय लोकतंत्र परिपक्व हो रहा है। दुनिया में उथल-पुथल जितनी बढ़ेगी, भारत में स्थिरता की चाह उतनी ही मजबूत होगी।   महागठबंधन का जवाब : 'जनता के मुद्दे पहले'   दूसरी ओर महागठबंधन के नेता यह कहते नहीं थक रहे हैं कि मजबूत हाथों की बात सिर्फ भावनात्मक प्रचार है। राजद के एक प्रवक्ता का कहना है कि लोग पेट और रोजगार की चिंता में हैं। दुनिया की ताकतें भारत को देख रही हैं, लेकिन बिहार में युवा पलायन को मजबूर हैं। यहां हमें मजबूत अर्थव्यवस्था चाहिए, न कि सिर्फ नारों की मजबूती।

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Kolar News 28 October 2025

चेन्नई । बंगाल की खाड़ी में चक्रवात 'मोंथा' एक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान बन गया है। इस तूफान के आज (28 अक्तूबर) की शाम या रात में आंध्र प्रदेश के तट (काकीनाडा के पास, मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच) से टकराने की आशंका है, जिसकी गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, इसलिए तमिलनाडु के दो ज़िलों चेन्नई और तिरुवल्लूर में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। मौसम विभाग ने आज सुबह, 28 अक्टूबर, 2025 के अपने ताजा अपडेट में कहा है कि तूफान 'मोंथा' के कारण आंध्र प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कुछ अन्य राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने बताया है कि 'मोंथा' चक्रवात आज (मंगलवार को) सुबह एक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफ़ान में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग की ओर से यह घोषणा की गई है कि चक्रवात आज शाम या रात को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट को पार करेगा। यह भी चेतावनी दी गई है कि तट पार करते समय हवा की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि चक्रवात 'मोंथा' पिछले रविवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व में बना था। कल तक, यह चेन्नई से 400 किलोमीटर पूर्व, आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से 500 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व और पोर्ट ब्लेयर से 800 किलोमीटर पश्चिम में था। मोंथा चक्रवात 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की ओर भी बढ़ रहा था। ऐसे में, भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि मोंढा चक्रवात आज सुबह एक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफ़ान में तब्दील हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, 'मौंथा' चक्रवात जिस स्थान पर तट को पार करेगा, वह तमिलनाडु के पास है, इसलिए यह घोषणा की गई है कि न केवल आंध्र प्रदेश , बल्कि तमिलनाडु में भी भारी बारिश होगी। हालांकि, सोमवार की रात से ही तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और समेत राज्य के अन्य जिलों में भारी बारिश हो रही है। 'मोंथा' का प्रभाव से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, और झारखंड जैसे राज्यों में भी देखा जा रहा है। संभवतः बिहार के मौसम पर भी इसका असर पड़ेगा। मौसम विभाग ने कहा है कि आज दोपहर से तमिलनाडु के लगभग सभी जिलों में बारिश होगी और आंध्र प्रदेश से सटे तिरुवल्लूर, चेन्नई, कांचीपुरम, विल्लुपुरम, चेंगलपट्टू, वेल्लोर और रानीपेट सहित उत्तरी जिलों में भारी बारिश की संभावना है। एहतियात के तौर पर चेन्नई और तिरुवल्लूर में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। कांचीपुरम, रानीपेट और चेंगलपट्टू सहित कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, लेकिन अभी तक वहां के स्कूलों में छुट्टी घोषित नहीं की गई है। इसके अलावा, मछुआरों को तमिलनाडु के समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है। 'मोंथा' के कारण 60 ट्रेनें रद्दचक्रवाती तूफ़ान 'मोंथा' के तट की ओर बढ़ने के साथ ही पूरे आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते राज्य के 16 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों से वहां से होकर गुजरने वाली 60 रेल गाड़ियों की सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। दक्षिण रेलवे ने घोषणा की है कि 20 से ज़्यादा ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। इसी तरह चेन्नई से विशाखापत्तनम सहित आंध्र प्रदेश के अन्य हिस्सों के लिए 12 उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं। भारी बारिश की संभावनामौसम विभाग ने कहा है कि आज शाम जब चक्रवात 'मोंथा' आंध्र प्रदेश से गुज़रेगा, तो चेन्नई, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम जिलों में तेज़ गति से हवाएं चलेंगी। इसे

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Kolar News 28 October 2025

समाज

भोपाल । मध्यप्रदेश में मौसम का यह नया रंग सर्दी की दस्तक और मानसूनी विदाई के बीच का एक अनोखा संगम बना हुआ है, न पूरी गर्मी गई है, न पूरी ठंड आई है, लेकिन बादलों की बरसात ने अक्टूबर के अंतिम दिनों को यादगार बना दिया है। अक्टूबर का आखिरी हफ्ता इस बार असामान्य रूप से नम और ठंडा साबित हो रहा है। मानसून की विदाई के बाद भी अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के सक्रिय सिस्टमों ने प्रदेश को बारिश से भिगो रखा है। मौसम विभाग के मुताबिक, यह सिलसिला नवंबर के पहले सप्ताह तक जारी रह सकता है। उल्‍लेखनीय है कि सर्दी की शुरुआत में ही मध्य प्रदेश के आसमान पर बादलों का डेरा बना हुआ है। सोमवार को श्योपुर और शिवपुरी में बादलों ने जमकर बरसात की। शाम साढ़े पांच बजे तक श्योपुर में 56 मिलीमीटर और शिवपुरी में 34 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही भोपाल, चंबल-ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की फुहारें पड़ीं। मंगलवार सुबह भी प्रदेश में कई जगह हल्‍की बारिश होते दिखी। जिसके चलते ठंड के मौसम से पहले ही वातावरण में ठंडक घुल गई है।मौसम विज्ञानियों के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल पांच मौसम प्रणालियाँ सक्रिय हैं, जिनमें से तीन प्रमुख सिस्टम काफी मजबूत स्थिति में हैं। इनमें बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात, अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र और उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ शामिल हैं। इन तीनों के संयुक्त प्रभाव से प्रदेश में हवाओं के साथ नमी बढ़ी है, जिसके चलते कई हिस्सों में लगातार बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी है।ग्वालियर और उज्जैन संभाग के कई हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। दतिया, सीधी, रतलाम, रीवा और टीकमगढ़ में आधे से एक इंच तक पानी गिरा, जबकि गुना, मुरैना, छतरपुर, खजुराहो और मंदसौर में फुहारें पड़ीं। मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश “पोस्ट-मानसून एक्टिविटी” के तहत हो रही है, जो नवंबर के शुरुआती दिनों तक जारी रह सकती है।छह जिलों में भारी बारिश का अलर्टमौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 29 और 30 अक्टूबर को प्रदेश के छह जिलों सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और सिंगरौली में भारी बारिश हो सकती है। इन जिलों में अगले दो दिन ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर सहित मध्य और पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।भोपाल केंद्र मौसम विभाग का कहना है अगले 24 घंटे में चंबल, ग्वालियर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश और गरज-चमक की संभावना है। कई इलाकों में बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं, इसलिए नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।बारिश के बीच तापमान में उतार-चढ़ावमौसम विभाग के अनुसार, बारिश के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट आई है, लेकिन नमी बढ़ने से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। चार प्रमुख शहरों में तापमान इस प्रकार रहा है। भोपाल: अधिकतम 30.4°, न्यूनतम 20.4°, इंदौर: अधिकतम 29.8°, न्यूनतम 20.2°, ग्वालियर: अधिकतम 23.4°, न्यूनतम 21.6°, जबलपुर: अधिकतम 31.8°, न्यूनतम 20.5°। विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल ठंड की शुरुआत धीमी है, लेकिन जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ेगा और बादलों का असर घटेगा, वैसे ही तापमान में तीव्र गिरावट देखने को मिलेगी।तवा डैम से छोड़ा गया पानीबारिश का असर नदियों और जलाशयों पर भी नजर आने लगा है। तवा डैम में जलस्तर बढ़ने के कारण सोमवार को प्रशासन ने तीन गेट खोल दिए। इन्हें तीन-तीन फीट की ऊंचाई तक खोला गया, जिससे 16,070 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। डैम का जलस्तर 1166.30 फीट तक पहुंच गया और जलग्रहण क्षेत्र में निरंतर वर्षा के कारण पानी की आवक बनी हुई है। इस साल मानसूनी सीजन में अब तक डैम के गेट 79 बार खोले जा चुके हैं।6 नवंबर के बाद बढ़ेगी ठंडमौसम विशेषज्ञों ने बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहाड़ी राज्यों में अगले कुछ दिनों में बर्फबारी के आसार हैं। जब यह सिस्टम गुजर जाएगा, तो उत्तर की ठंडी हवाएं मध्य प्रदेश की ओर बढ़ेंगी। इसके बाद 6 नवंबर से प्रदेश में ठंड की शुरुआत जोर पकड़ लेगी। सुबह और रात में तापमान में गिरावट होगी और दिन के समय हल्की ठंडी हवाएं चलने लगेंगी।  

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Kolar News 28 October 2025

भोपाल । मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन मास में निकालने वाली सवारियों के क्रम में सोमवार को पहली सवारी धूमधाम से निकाली गई। अवंतिकानाथ चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले और अपनी प्रजा का हाल जाना। इस दौरान बाबा महाकाल ने मनमहेश रूप में प्रजा को दर्शन दिए। इस बार सवारी में पहली बार महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित श्री महाकालेश्वर बैंड भी शामिल किया गया, जिस पर शिव धुन सुन श्रद्धालु अभिभूत नजर आए। परम्परा के मुताबिक श्रावण-भाद्रपद माह की तरह कार्तिक-अगहन मास में भी भगवान महाकाल की सवारियां निकाली जाती हैं। इसी परम्परा के अनुसार, सोमवार को कार्तिक माह की पहली सवारी निकाली गई। सवारी निकलने से पहले महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह और एएसपी प्रदीप शर्मा ने भगवान मन महेश का विधिवत पूजन अर्चन किया। इस दौरान पालकी का भी पूजन किया गया। इसके बाद शाम चार बजे सवारी महाकाल मंदिर से राजसी ठाट-बाट के साथ रवाना हुई। महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि भगवान महाकालेश्वर मनमहेश के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले। महाकालेश्वर भगवान की सवारी में प्रथम बार मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित श्री महाकालेश्वर बेंड भी सम्मिलित किया। सवारी पुलिस बैण्ड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि के साथ गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार कहारवाड़ी होते हुए रामघाट क्षिप्रातट पहुंची, जहां मां क्षिप्रा के जल से पूजन-अर्चन किया गया। इसके पश्चात भगवान महाकाल की सवारी रामघाट से गणगौर दरवाजा, मोड की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती का मंदिर, सत्यननारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होते हुए पुन महाकाल मंदिर पहुंची। महाकाल मंदिर में मराठा परंपरा का विशेष तौर पर प्रभाव है। महाराष्ट्रीयन परंपरा में शुक्ल पक्ष से माह का शुभारंभ माना जाता है। कार्तिक-अगहन मास में भी महाकाल की सवारी कार्तिक शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार से शुरू होती है। इसी वजह से आज से सवारी निकालने की शुरुआत हुई। कार्तिक-अगहन मास की दूसरी सवारी 3 नवंबर को निकाली जाएगी। साथ ही हरिहर मिलन की सवारी सोमवार 3 नवंबर को निकाली जाएगी। हरिहर सवारी रात 12 बजे श्री द्वारकाधीश गोपाल मंदिर पहुंचेगी। आपको बता दें कि, सावन और कार्तिक महीने में निकलने वाली सवारी में पूजा-अर्चना से लेकर विधि-विधान में कोई फर्क नहीं रहता है। सावन-भादो माह की तरह कार्तिक-अगहन में भी भगवान महाकाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। हालांकि इस समय श्रद्धालुओं की संख्या कम रहती है।    

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Kolar News 28 October 2025

राजनीति

भोपाल । राज्य शासन द्वारा विधायकों/पूर्व विधायकों के वेतन, भत्ते, पेंशन आदि के संबंध में विचार करने के लिये समिति का गठन किया गया है। उप मुख्यमंत्री, वित्त, वाणिज्यिक कर तथा योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी जगदीश देवड़ा अध्यक्ष तथा विधायक पाटन जिला जबलपुर अजय विश्नोई, विधायक कसरावद जिला खरगौन श्री सचिन सुभाषचंद्र यादव को सदस्य मनोनीत किया गया है। जनसम्पर्क अधिकारी संतोष मिश्रा ने सोमवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि अपर मुख्य सचिव संसदीय कार्य विभाग समिति के सदस्य सचिव होंगे। समिति आवश्यकतानुसार अन्य विभागों एवं विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों को बैठक में आमंत्रित कर सकेगी।  

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Kolar News 28 October 2025

भाेपाल । मध्य प्रदेश कांग्रेस का आराेप है कि यूरिया-डीएपी खरीदने वाले किसानों को जबरन ​खाद के लिक्विड फार्म 260 रुपए की नैनो यूरिया और 600 रुपए की नैनो डीएपी की आधा लीटर की बोतल खरीदनी पड़ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक अखबार में प्रकाशित समाचार के हवाले से आराेप लगाते हुए कहा है कि विरोध करने वाले किसानाें को व्यापारी खाद बेचने से ही इनकार करने लगे हैं। उनका कहना है कि व्यापारियों का तर्क है कि कंपनी से ही जबरदस्ती पैकिंग (नैनो) खाद का बोझ डाला जाता है। इस पूरे मामले काे लेकर कमलनाथ ने सरकार काे घेरते हुए जमकर हमला बाेला है।   कमलनाथ ने मंगलवार काे साेशल मीडिया एक्स पर पाेस्ट कर कहा किसानों के साथ यह अन्याय आखिर कब तक चलेगा? पहले तो खेतों में जरूरी खाद की भारी कमी रही, किसान बार-बार दुकानों और सोसाइटियों के चक्कर लगाते रहे, लेकिन खाद नहीं मिली। अब जब थोड़ी बहुत खाद आई है, तो उसके साथ किसानों पर नई मुसीबत डाल दी गई है। किसानों को जबरन 260 और 600 रुपये की नैनो खाद भी खरीदनी पड़ रही है। यानी जो किसान सिर्फ अपनी जरूरत की खाद लेना चाहता है, उसे कंपनी के दबाव में थोपे गए अतिरिक्त उत्पाद भी खरीदने पड़ रहे हैं।पूर्व सीएम ने कहा कि कई व्यापारियों ने खुद माना है कि कंपनी उन पर भी दबाव बना रही है, इसलिए वे किसानों पर थोपने को मजबूर हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर यह मजबूरी क्यों है? सरकार किसानों की जेब काटकर कंपनियों को फायदा क्यों पहुंचा रही है? कमलनाथ ने आराेप लगाते हुए कहा कि यह पूरा खेल केंद्र सरकार की सब्सिडी बचाने और निजी कंपनियों को फायदा देने का है। किसानों के लिए जो सस्ती खाद मिलनी चाहिए, उसके साथ अब अनचाहा बोझ जोड़ा जा रहा है। किसानों को राहत देने के बजाय उन पर नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं।कमलनाथ ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सरकार किसानों को परेशान करना बंद करे। किसान खाद लेने जाते हैं, कोई ऐश करने नहीं। उनके साथ जबरदस्ती, धमकी और लूट बंद होनी चाहिए। सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसानों को उनकी जरूरत की खाद बिना किसी शर्त और मजबूरी के मिल सके। किसान इस देश की रीढ़ हैं, उन्हें बार-बार अपमानित और प्रताड़ित करना बंद होना चाहिए।  

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Kolar News 28 October 2025

अपराध

सतना । मध्य प्रदेश के सतना जिले के नागौद कस्बे में मंगलवार को एक यात्री बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बिजली के खंभे से टकरा गई और पलट गई। हादसे में दर्जनभर यात्री घायल हुए हैं, जिनमें कुछ स्कूली छात्राएं भी शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घायलों को बस से बाहर निकाला और नागौद सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।     जानकारी के अनुसार हादसा सांदीपनी स्कूल के गेट के ठीक सामने हुआ। अनमोल रतन ट्रेवल्स की यात्री बस आमा से सतना जा रही थी। इस दौरान ब्रेकर पर बस अनियंत्रित होकर बिजली के खंभे से टकरा गई और अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई।   प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस तेज रफ्तार में थी। जैसे ही सड़क पर बने ब्रेकर पर उछली, उसकी कमानी टूट गई। इससे चालक का नियंत्रण बस से हट गया और वह सड़क किनारे पलट गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायलों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया। इधर, जानकारी मिलते ही नागौद टीआई अशोक पांडे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। बस में कुल 35 यात्री सवार थे। जिसमें 12 लोग घायल हुई है। घायलों में 5 को ज्यादा चोट आई है। दो यात्रियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। दोनों को सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया है। बाकी घायलों का इलाज नागौद सिविल अस्पताल में जारी है। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर बस को हटवाया और यातायात बहाल कराया। पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है।    

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Kolar News 28 October 2025

शहडोल । मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के जयसिंह नगर के अमझोर में स्थित एक निजी कॉलेज के सामने खड़ी बाइक की डिग्गी से दो बदमाश एक लाख रूपये चोरी कर बाइक से भाग गये। घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।   जिले में चोरी की घटनाएं आम हो गई हैं, अब दिनदहाड़े चोरी की वारदात को चोर बेखौफ अंजाम दे रहे हैं। पुलिस के अनुसार मंगलवार की सुबह जयसिंह नगर थाना क्षेत्र के अमझोर में स्थित एक निजी विद्यालय के सामने खड़ी दो पहिया वाहन की डिग्गी में रखे एक लाख रुपये नकद लेकर बदमाश फरार हो गए। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में पल्सर वाहन में दो बदमाश कॉलेज के सामने खड़ी दो पहिया वाहन के पास पहुंचते हैं, जिसमें से एक बदमाश अपनी बाइक में ही सवार रहता है और दूसरा कॉलेज के सामने खड़ी बाइक की डिग्गी को तोड़कर उसमें रखे एक लाख रुपये चोरी कर दोनों बदमाश फरार हो जाते हैं। पुलिस ने बताया कि विनीत पांडे निजी कॉलेज में कर्मचारी हैं। वह बैंक से पैसा निकालकर कॉलेज पहुंचे थे, उन्होंने अपनी बाइक की डिग्गी में ही नकद रुपये रख दिए थे। उसके बाद वह कॉलेज के भीतर गए और चंद मिनट में वह जब बाहर आए तो उनकी मोटरसाइकिल की डिग्गी टूटी हुई थी। नकद रुपये चोरी हो गए थे। उन्होंने घटना के बाद कुछ दूर तक आरोपियों का पीछा भी किया, लेकिन आरोपी जब तक भाग चुके थे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस मामले पर विवेचना शुरू कर दी है। जयसिंहनगर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार में बदमाशों की पहचान करवाई जा रही है।    

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