Patrakar Priyanshi Chaturvedi
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मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) के अवसर पर मांस की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। भोपाल नगर निगम ने आदेश जारी करते हुए नगर निगम सीमा क्षेत्र में संचालित सभी मांस दुकानों को इन दोनों दिनों में बंद रखने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय महात्मा गांधी की अहिंसा की नीति और राष्ट्रीय महत्व के दिनों की मर्यादा को सम्मान देने के उद्देश्य से लिया गया है। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने सभी मांस विक्रेताओं को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि इन तिथियों पर किसी भी प्रकार की बिक्री नहीं की जाएगी। नगर निगम ने चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों का लाइसेंस तत्काल निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नियमों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम की टीमें विशेष निरीक्षण अभियान चलाएंगी और उल्लंघन की स्थिति में मांस जब्त किया जाएगा। अधिकारियों ने मांस कारोबारियों से अपील की है कि वे आदेशों का पालन कर सामाजिक सौहार्द बनाए रखने में सहयोग करें।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन को लेकर लंबे समय से तलाक की अफवाहें चल रही थीं, जिन पर अब अभिषेक ने साफ और दो टूक बात कही है। पीपिंग मून से बातचीत में अभिषेक ने कहा कि पब्लिक फिगर होने के नाते लोगों का अंदाज़े लगाना आम बात है, लेकिन जो कुछ भी लिखा जा रहा है, वह पूरी तरह झूठ और बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि यह सब जानबूझकर दुख पहुंचाने के लिए किया जाता है। अभिषेक ने बताया कि उनकी शादी से पहले लोग शादी की तारीखें तय कर रहे थे और शादी के बाद यह कयास लगाने लगे कि वे कब अलग होंगे। उन्होंने साफ कहा कि वह और ऐश्वर्या एक-दूसरे का सच जानते हैं और एक प्यार करने वाले, ज़मीन से जुड़े परिवार की तरह साथ हैं, और यही उनके लिए सबसे अहम है।अभिषेक ने यह भी कहा कि तलाक की अटकलों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि इनमें सच्चाई का कोई अंश नहीं है। उन्होंने साफ किया कि वह अपने परिवार को लेकर मनगढ़ंत कहानियां बर्दाश्त नहीं करेंगे। बीते एक साल में कपल की पर्सनल लाइफ खूब चर्चा में रही, लेकिन हाल के महीनों में दोनों कई मौकों पर साथ नज़र आए। अप्रैल में ऐश्वर्या पुणे में अपने कज़िन की शादी में अभिषेक और बेटी आराध्या के साथ शामिल हुईं। इसके अलावा आराध्या के स्कूल फंक्शन, जन्मदिन सेलिब्रेशन और एक स्टार-स्टडेड वेडिंग रिसेप्शन में भी यह परिवार साथ दिखा। बता दें कि अलग होने की अफवाहें तब तेज़ हुई थीं जब एक इवेंट में दोनों ने अलग-अलग एंट्री ली थी और अभिषेक ने “ग्रे डिवोर्स” से जुड़ा एक पोस्ट लाइक किया था। हालांकि, अब अभिषेक के बयान ने इन सभी अटकलों पर काफी हद तक विराम लगा दिया है।
Patrakar Vandana Singh
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
मध्यप्रदेश में शीतलहर के साथ घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। प्रदेश के करीब आधे हिस्से में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिसके चलते 22 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। कई शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। भोपाल और बैतूल में 5.8 डिग्री, इंदौर में 6.6, उमरिया में 7, रीवा में 7.5, रायसेन में 7.6, खजुराहो में 8.1, जबलपुर में 9.4 और गुना में 9.9 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी सर्दी और कोहरे का असर बना रह सकता है। घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा है, खासकर रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दिल्ली से भोपाल की ओर आने वाली अधिकांश ट्रेनें 3 से 4 घंटे की देरी से पहुंचीं। शताब्दी एक्सप्रेस रानी कमलापति स्टेशन पर तय समय दोपहर 2:40 बजे की बजाय शाम 6:24 बजे पहुंची। वहीं झेलम एक्सप्रेस और पंजाब मेल ढाई घंटे, जबकि पातालकोट एक्सप्रेस करीब दो घंटे देरी से आई। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और शीतलहर व कोहरे से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
मोदी सरकार द्वारा मनरेगा का नाम बदलकर ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के बाद राजनीति तेज़ हो गई है। कांग्रेस ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ‘महात्मा गांधी’ नाम में आखिर क्या खराबी है। पार्टी का आरोप है कि सरकार पहले पंडित जवाहरलाल नेहरू से नफरत करती थी और अब महात्मा गांधी से भी दूरी बना रही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि मोदी सरकार योजनाओं के नाम बदलने में माहिर है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे ‘निर्मल भारत अभियान’ का नाम ‘स्वच्छ भारत अभियान’ किया गया और ग्रामीण एलपीजी योजना को ‘उज्ज्वला’ नाम दिया गया। जयराम रमेश ने साफ कहा कि जब योजना पहले से महात्मा गांधी के नाम पर है, तो उसका नाम बदलने की जरूरत ही क्या है।कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने भी इस फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री, जिन्होंने कभी मनरेगा को ‘विफलता का स्मारक’ कहा था, अब उसी योजना का श्रेय लेने के लिए उसका नाम बदल रहे हैं। बता दें कि मनरेगा, जिसका पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम है, ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को हर साल कम से कम 100 दिन के रोजगार की गारंटी देता है। सरकार के इस फैसले के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज़ है और कांग्रेस इसे महात्मा गांधी के नाम से दूरी बनाने की कोशिश के रूप में देख रही है।
Patrakar Vandana Singh
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी विधायक नितिन नबीन के बीच हुआ एक पुराना घटनाक्रम एक बार फिर सुर्खियों में है। साल 2022 में एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ सरकार बनाने के बाद फ्लोर टेस्ट के दौरान नीतीश कुमार सदन में संबोधन दे रहे थे, तभी नितिन नबीन ने उन्हें टोकने की कोशिश की। इस पर नीतीश कुमार नाराज़ हो गए और उन्हें फटकारते हुए कहा था, “चुपचाप सुनो… बोलोगे तभी केंद्र वाला कुछ आगे बढ़ाएगा।” उस वक्त कही गई यह बात आज नितिन नबीन को बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद चर्चा का विषय बन गई है। नितिन नबीन की पहचान सौम्य और संयमित नेता के रूप में रही है, इसके बावजूद उनका नाम पहले भी नीतीश कुमार की नाराज़गी से जुड़ा रहा है। वर्ष 2010 में नरेंद्र मोदी के साथ प्रस्तावित डिनर कार्यक्रम को नीतीश कुमार ने आखिरी समय में रद्द कर दिया था। वरिष्ठ पत्रकार संकर्षण ठाकुर के अनुसार, इसकी वजह नितिन नबीन और संजीव चौरसिया द्वारा प्रकाशित एक विज्ञापन था, जिसमें नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की संयुक्त तस्वीर के साथ गुजरात सरकार द्वारा बाढ़ राहत में दिए गए पांच करोड़ रुपये के लिए आभार जताया गया था। इस विज्ञापन से नाराज़ होकर नीतीश कुमार ने न केवल डिनर रद्द किया, बल्कि बाढ़ राहत की राशि भी लौटा दी थी।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
दिल्ली के रामलीला मैदान में कथित ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ कांग्रेस की विशाल रैली पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि असली मुद्दा निष्पक्ष चुनाव का है, लेकिन उससे ध्यान भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनाव आयोग की सक्रिय और पारदर्शी भूमिका होनी चाहिए। मनोज झा ने बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए दावा किया कि वहां हुए वित्तीय लेन-देन यह संकेत देते हैं कि किसी न किसी तरीके से वोट चुराने की कोशिश की गई थी। उनके मुताबिक, लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए इन गंभीर सवालों पर खुलकर चर्चा जरूरी है वहीं, भाजपा ने कांग्रेस की इस रैली पर पलटवार किया है। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस की यह रैली पूरी तरह विफल होगी और वह अपने ही कर्मों का फल भुगत रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ईवीएम, एसआईआर और चुनाव आयोग पर दोष मढ़कर अपनी अंदरूनी कमजोरियों और नेतृत्व पर उठ रहे सवालों से ध्यान हटाना चाहती है। उधर, ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने भाजपा सरकार को ‘वोट चोरी की सरकार’ बताया और कहा कि देश में लोकतंत्र को बंधक बना लिया गया है। आम आदमी पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस को शुभकामनाएं देते हुए तंज कसा और कहा कि जब दिल्ली में पहले वोट चोरी के आरोप लगे थे, तब कांग्रेस चुप थी, ऐसे में अब उठाए जा रहे सवालों पर भी कांग्रेस को साफ जवाब देना चाहिए।
Patrakar Vandana Singh
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस और गांधी परिवार को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत पांच लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। स्पेशल जज (पीसी एक्ट) विशाल गोगने ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह मामला किसी एफआईआर पर आधारित नहीं है, बल्कि एक निजी शिकायत से जुड़ा है, ऐसे में ईडी द्वारा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत दायर शिकायत इस स्तर पर विचार योग्य नहीं है। ईडी का आरोप है कि यंग इंडियन कंपनी के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियों पर नियंत्रण हासिल किया गया। एजेंसी के मुताबिक, कथित तौर पर शेल कंपनी डोटेक्स के माध्यम से लेन-देन कर कांग्रेस से महज 50 लाख रुपये में एजेएल पर कब्जा किया गया। वहीं, कांग्रेस नेताओं पर फर्जी किराया भुगतान और नकली रसीदें दिखाकर एजेएल की संपत्तियों पर नियंत्रण की कोशिश का आरोप भी लगाया गया है। इस मामले की शुरुआत 2012 में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत से हुई थी, जबकि अब अगली सुनवाई 16 दिसंबर को तय की गई है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी डॉ. मुजफ्फर अहमद राथर पर कानून का शिकंजा कस गया है। श्रीनगर की एनआईए कोर्ट ने उसे भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 84 के तहत घोषित अपराधी घोषित कर दिया है। यह आदेश पिछले हफ्ते पारित किया गया था। एनआईए एक्ट के तहत नामित स्पेशल जज की ओर से जारी नोटिस शनिवार को काजीगुंड स्थित मुजफ्फर अहमद राथर के घर पर चिपकाया गया। कोर्ट ने साफ निर्देश दिए हैं कि डॉ. मुजफ्फर अहमद राथर को 28 जनवरी 2026 को सुबह 10 बजे अदालत में पेश होकर शिकायत का जवाब देना होगा। उस पर 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट की साजिश रचने का गंभीर आरोप है, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी।जांच एजेंसियों के मुताबिक, डॉ. मुजफ्फर अहमद राथर अक्टूबर में श्रीनगर पुलिस द्वारा पकड़े गए व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल का अहम हिस्सा है। उसका भाई डॉ. अदील अहमद राथर पहले ही उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि मुजफ्फर के अफगानिस्तान में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है। लंबे समय से फरार रहने के कारण कोर्ट ने उसके खिलाफ उद्घोषणा की प्रक्रिया शुरू की। इस पूरे मॉड्यूल का खुलासा तब हुआ था, जब अक्टूबर में नौगाम के बनपोरा इलाके में पुलिस और सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले पोस्टर लगे थे। जांच के दौरान श्रीनगर पुलिस फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी भी पहुंची, जहां से डॉ. मुजफ्फर गनी और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया। नवंबर में जांच के दौरान करीब 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री बरामद हुई थी। जांचकर्ताओं का मानना है कि डॉक्टरों की एक मुख्य तिकड़ी इस आतंकी साजिश में अहम भूमिका निभा रही थी।
Patrakar Vandana Singh
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