Patrakar Vandana Singh
Patrakar Vandana Singh
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार के दो वर्ष पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और जिला स्तर पर किए गए कार्यों की दो पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने सबसे पहले नक्सल-मुक्त मध्य प्रदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि 1995 की भयावह घटनाओं के बाद कोई ठोस रणनीति नहीं बनी थी, लेकिन वर्तमान सरकार ने गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में मंडला, डिंडोरी और बालाघाट जैसे इलाकों में नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया कर दिया। उन्होंने बताया कि अब नक्सलियों में सरेंडर करने की होड़ लग गई थी। सिंहस्थ 2028 को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारियों का भी जिक्र किया, जिसमें शिप्रा नदी को पुनर्जीवित कर प्राकृतिक जल से स्नान व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। सीएम मोहन यादव ने बताया कि वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष के रूप में मनाया गया। इस दौरान ग्वालियर और जबलपुर जैसे शहरों में पहली बार बड़े निवेशकों का आगमन हुआ। प्रदेश को देश का पहला पीएम मित्र पार्क मिला, 55 पीएम एक्सीलेंस कॉलेज और कई मेडिकल कॉलेज खोले गए। टूरिज्म के क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवा, GIS भोपाल जैसी नई पहचान और धार्मिक स्थलों के विकास पर विशेष काम हुआ। ऊर्जा विभाग में रिकॉर्ड सुधार और उद्योग विस्तार को लेकर सरकार ने अभूतपूर्व प्रयास किए। महिलाओं और किसानों के लिए किए गए कदमों पर बात करते हुए सीएम ने कहा कि लाडली बहना योजना की राशि बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी गई है। किसानों के लिए 2600 रुपये गेहूं के भाव और सोयाबीन पर भावंतर का लाभ दिया जाएगा। गौ-संरक्षण हेतु अनुदान बढ़ाकर 40 रुपये किया गया है और दूध उत्पादन को 20% तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि सायबर तहसील, ई-बस सेवा, साइंस सिटी व रिसर्च सिटी जैसे प्रोजेक्ट प्रदेश के भविष्य को नई दिशा देंगे। नशे के कारोबार के खिलाफ जन अभियान चलेगा और 19 स्थानों पर शराब की दुकानें बंद रहेंगी। सीएम ने दोहराया— “हर कमिटमेंट पूरा करेंगे।”
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
दिल्ली में नवजात बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र से जुड़ी प्रक्रिया अब और सरल हो गई है। दिल्ली नगर निगम (MCD) ने तीन बड़े बदलाव लागू किए हैं, जिनसे माता-पिता को अब जन्म प्रमाणपत्र के लिए अलग से चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नई व्यवस्था के तहत अस्पताल, नर्सिंग होम या क्लिनिक में होने वाले संस्थागत प्रसव पर डिस्चार्ज से पहले ही नवजात का मुफ्त जन्म प्रमाणपत्र माता-पिता को दे दिया जाएगा। MCD के अनुसार, दिल्ली के 96% प्रसव पहले से ही संस्थागत होते हैं, और इस सुधार से प्रक्रिया लगभग 100% कवरेज की ओर बढ़ रही है। MCD ने सिस्टम को डिजिलॉकर और UIDAI से भी जोड़ दिया है। जन्म पंजीकरण होते ही प्रमाणित डिजिटल कॉपी सीधे डिजिलॉकर में पहुंच जाएगी, जिससे कागज खोने या वेबसाइट डाउन होने की चिंता खत्म होगी। साथ ही UIDAI को स्वचालित सूचना भेजी जाएगी और उसका स्टाफ घर जाकर नवजात का आधार बनवाएगा। 2024 में दिल्ली में 3,06,459 बच्चों का जन्म हुआ, जिनमें 96.09% संस्थागत प्रसव शामिल थे।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
Patrakar Vandana Singh
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के बेओदनाबाद में विनायक दामोदर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने प्रतिमा के निर्माता प्रसिद्ध मूर्तिकार अनिल सुतार को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। अनावरण के बाद शनिवार को मोहन भागवत श्री विजयपुरम के नेताजी स्टेडियम में विराट हिंदू सम्मेलन के तहत आयोजित जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में आयोजित सांस्कृतिक प्रस्तुति के दौरान पद्मश्री पंडित हृदयनाथ मंगेशकर ने सावरकर के साथ बिताए वर्षों को याद किया। उन्होंने बताया कि किस तरह किशोरावस्था में उनकी सावरकर से पहली मुलाकात हुई और बाद में 22 वर्षों तक वे उनके सान्निध्य में रहे। प्रतिमा अनावरण के बाद अमित शाह बीआर आंबेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान में एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होंगे और सावरकर पर आधारित एक गीत भी जारी करेंगे। उन्होंने एक्स पर लिखा कि स्वातंत्र्यवीर सावरकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन विरले योद्धाओं में थे जिन्होंने संघर्ष को वैचारिक और भौतिक दोनों रूपों में आगे बढ़ाया। गौरतलब है कि सावरकर को 1911 में ब्रिटिश हुकूमत ने पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में कैद किया था, जिसे अब श्री विजयपुरम के नाम से जाना जाता है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
भोपाल। ब्राह्मण बेटियों को लेकर विवादित टिप्पणी के बाद आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ पूरे प्रदेश में गुस्सा थम नहीं रहा है। एफआईआर, गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी क्रम में आज राजधानी भोपाल के मंत्रालय के सामने ब्राह्मण समाज ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ब्राह्मण समाज ने शंख बजाकर आंदोलन का शंखनाद किया और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाई। समाज ने स्पष्ट कहा कि संतोष वर्मा पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए, अन्यथा कल बड़े स्तर पर सरकार का घेराव किया जाएगा। इधर, बढ़ते विरोध को देखते हुए राज्य सरकार ने कार्रवाई हेतु केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि केंद्र सरकार आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ क्या कदम उठाती है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
Patrakar Vandana Singh
केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना का नाम बदलने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि अब यह योजना ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार गारंटी’ नाम से जानी जाएगी। नई व्यवस्था के तहत ग्रामीण गरीबों को एक वर्ष में 125 दिनों का रोजगार सुनिश्चित किया जाएगा, जिसके लिए सरकार 1.51 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान कर रही है। ज्ञात हो कि इस योजना की शुरुआत 2005 में मनमोहन सरकार ने की थी और तब से अब तक 15.4 करोड़ लोग इससे सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। कैबिनेट बैठक में न्यूक्लियर एनर्जी से जुड़े ‘शांति बिल 2025’ को भी मंजूरी मिलने की संभावना है, जिसका उद्देश्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निवेश व आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देना है। साथ ही ‘विकसित भारत शिक्षा अधिष्ठान बिल 2025’ को भी मंजूरी मिलने की उम्मीद है, जो भारत की शिक्षा व्यवस्था को विकसित भारत के विज़न से जोड़ने पर केंद्रित है। वर्तमान में मनरेगा के तहत ग्रामीण परिवारों को 100 दिन रोजगार मिलता है, लेकिन अब नया नाम और नई संरचना योजना को एक नई पहचान देने के उद्देश्य से लाई जा रही है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
लोकसभा में शुक्रवार को तमिलनाडु के कार्तिगई दीपम उत्सव को लेकर जोरदार हंगामा देखने को मिला। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने शून्यकाल के दौरान आरोप लगाया कि डीएमके सरकार मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच के आदेश की अवमानना कर रही है और तमिलनाडु में “सनातन विरोध का प्रतीक” बन गई है। ठाकुर ने दावा किया कि कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बावजूद श्रद्धालुओं को दीप प्रज्वलित करने नहीं दिया गया और हिंदुओं पर लाठीचार्ज तक हुआ। जैसे ही उन्होंने ये आरोप लगाए, डीएमके सांसद आसन के सामने आकर जोरदार विरोध करने लगे, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। इधर, तमिलनाडु सरकार ने मद्रास हाई कोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें तिरुपरंकुंद्रम स्थित अरुलमिघु सुब्रमणियस्वामी मंदिर के दीप स्तंभ पर कार्तिगई दीपम प्रज्वलित करने की अनुमति श्रद्धालुओं को दी गई थी। हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने 4 दिसंबर को जिला प्रशासन की अपील खारिज कर दी थी और एकल न्यायाधीश का आदेश बरकरार रखा था। आदेश के अमल न होने पर जज ने श्रद्धालुओं को स्वयं दीप जलाने और CISF को सुरक्षा देने के निर्देश भी दिए, लेकिन विवाद यहीं से और बढ़ गया। कार्तिगई दीपम विवाद ने अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है और मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। डीएमके, कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने उस आदेश को देने वाले जज जी.आर. स्वामीनाथन के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का नोटिस लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को सौंपा है। विपक्ष का आरोप है कि संबंधित आदेश न्यायपालिका की निष्पक्षता और धर्मनिरपेक्ष चरित्र पर गंभीर प्रश्न उठाता है। वहीं बीजेपी का कहना है कि कोर्ट के आदेश की अवहेलना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जा सकती, जिसके चलते यह मुद्दा संसद में भी टकराव का कारण बन गया है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
Patrakar Vandana Singh
प्रशांत किशोर (PK) की जन सुराज पार्टी के नाम पर साइबर ठगों ने नया फ्रॉड नेटवर्क सक्रिय कर दिया है। सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप पर पार्टी नेताओं की नकली प्रोफाइल बनाकर समर्थकों से चंदे, सदस्यता शुल्क और \"आपात कार्य\" के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। मामला बढ़ने पर जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने आधिकारिक अलर्ट जारी करते हुए साफ कहा कि पार्टी किसी भी व्यक्ति से फोन या मैसेज के जरिए पैसे नहीं मांगती। उन्होंने चेतावनी दी कि यह न सिर्फ साइबर अपराध है बल्कि पार्टी की छवि खराब करने की साजिश भी हो सकती है। ठग नेताओं की फोटो, नाम और पद का दुरुपयोग कर भरोसा जीतने की कोशिश कर रहे हैं। कई लोगों को मैसेज भेजकर पार्टी फंड, संगठन में पद दिलाने या प्रशांत किशोर से मुलाकात कराने का लालच दिया जा रहा है। भारती ने सभी समर्थकों से अपील की है कि किसी संदिग्ध लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें और ऐसे मैसेज मिलते ही तुरंत साइबर सेल या पार्टी को सूचना दें। जन सुराज ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की किसी भी वित्तीय मांग का पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
Patrakar Priyanshi Chaturvedi
मकर संक्रांति के मौके पर शहर में भिक्षुकों की संख्या बढ़ने की आशंका के चलते जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। कलेक्टर ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले भिक्षुकों पर नजर रखी जाए और यह पता लगाया जाए कि वे किन मार्गों से शहर में प्रवेश कर रहे हैं। दान के पर्व और सर्दी के बीच भिक्षुकों की गतिविधियों में बढ़ोतरी के चलते प्रशासन ने रोकथाम के साथ-साथ पुनर्वास के व्यापक अभियान की भी शुरुआत की है। महिला एवं बाल विकास विभाग और अन्य विभागों की संयुक्त टीमें मंदिरों, बाजारों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लगातार अभियान चला रही हैं। नाबालिग भिक्षुकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पिछले साल चलाए गए अभियान में 3,000 से अधिक भिक्षुकों को पकड़ा गया और कई को पुनर्वास केंद्रों में भेजा गया। लगभग 1,100 लोगों को आजीविका, कौशल प्रशिक्षण और रोजगार कार्यक्रमों से जोड़कर भिक्षावृत्ति की ओर लौटने से रोका गया। अभियान के दौरान करीब 500 नाबालिग भिक्षुकों की पहचान की गई, जिनमें से 200 से अधिक बच्चों को स्कूल, बाल भवन और आश्रय गृहों में भेजा गया, जबकि 50 से ज्यादा बच्चों को उनके परिवारों से मिलाया गया। देवगुराड़िया, अन्नपूर्णा, बिजासन और पितृ पर्वत जैसे मंदिरों के आसपास सबसे अधिक बाल भिक्षुक देखे जा रहे हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे भिक्षा न दें और रेस्क्यू अभियान में सहयोग करें, ताकि शहर स्थायी रूप से भिक्षुक मुक्त बनाया जा सके।
Kolar News
|
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
Medha Innovation & Development |