Advertisement
देश की राजनीती में हर दिन एक नया मुद्दा निकलकर सामने आता है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब एक और बड़ा मुद्दा सामने आया है जिससे मध्यप्रदेश की राजधानी में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की दिल्ली में मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात इन दिनों बड़ा मुद्दा बना हुआ है। इस मुलाकात के दौरान दिल्ली के इमाम ने मोहन भागवत को राष्ट्रपिता भी कहा। जिसे लेकर सभी बयानबाज़ी करते हुए नज़र आरहे है। वहीं दिग्विजय सिंह ने भी इसपर निशाना साधते हुए कहा की इमाम किसके दवाब में आकर यह कह रहे हैं पता नहीं। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जबलपुर में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की तेरहवीं में शामिल होने नरसिंहपुर गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भागवत का मस्जिद में जाना राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का ही परिणाम है उन्होंने कहा की इससे संघ प्रमुख का हृदय परिवर्तन हो रहा है। अब संघ के लोगों को भी मुस्लिम भाइयों से जाकर मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा की आरएसएस हमेशा मुसलमानों के लिए दुष्प्रचार करती रही है कि मुसलमान अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक हो जाएंगे, जबकि ऐसा नहीं है। दिग्गी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के सवाल पर कहा की पार्टी हाईकमान जो निर्णय लेगा, मैं वैसा ही करूंगा। उन्होंने यवह भी कहा कि गरीब, दलित, आदिवासी और वंचित वर्गों की बात रखने में मैं बिल्कुल भी समझौता नहीं करता। वहीं, ऐसे संगठन जो धार्मिक उन्माद और नफरत फैलाते हैं, उनकी खिलाफत करने में भी समझौता नहीं करता।
Kolar News
All Rights Reserved ©2025 Kolar News.
Created By:
![]() |