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भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने शनिवार को महेश्वर प्रवास के दौरान यहां के ऐतिहासिक स्मारकों अहिल्याबाई होलकर की राजगद्दी, राजराजेश्वर मंदिर और मंडलेश्वर स्थित गुप्तेश्वर मंदिरों के दर्शन किये। रेवा सोसाइटी में साड़ी निर्माण कार्य का अवलोकन और बुनकरों के साथ चर्चा की। मां नर्मदा में नौका विहार किया।
बुनकरों से किया सीधा संवाद
राज्यपाल पटेल ने रेवा सोसाइटी में साड़ी निर्माण कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान बुनकरों से सीधा संवाद कर साड़ियां बनाने की कला, मूल्य निर्धारण और उनके विपणन के संबंध में जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल को करघा चला रहे बुनकर कैलाश चौहान ने बताया कि एक साड़ी करीब आठ दिनों में बनकर तैयार होती है। एक साड़ी के लिए मेहनताने के रूप में 5 से 18 सौ रुपये तक मिल सकते हैं।
बुनकर मंजू बाई वर्मा ने बताया कि जिस साड़ी में जितनी ज्यादा डिजाइन होती है। उसे बुनने में उतना ही अधिक समय लगता है। इसी आधार पर साड़ी की कीमत तय की जाती है। लीला बाई भावसार ने साड़ियों के पैटर्न के बारे बताया कि महेश्वरी साड़ी को महाराष्ट्रीयन पैटर्न पर ज्यादातर पर्यटक खरीदते हैं। राज्यपाल पटेल ने इस अवसर पर सोसायटी द्वारा बनाए जाने वाले अन्य उत्पादों का अवलोकन किया और जानकारी प्राप्त की।
ऐतिहासिक स्मारकों का किया अवलोकन
राज्यपाल पटेल ने किला परिसर स्थित मां अहिल्याबाई की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। देवी अहिल्याबाई द्वारा राजगद्दी के स्थान से मां नर्मदा के दर्शन विधान को समझा। उनके शासन काल और न्यायविधान के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने राजराजेश्वर मंदिर के प्राचीन मंदिर, मंडलेश्वर स्थित छप्पन देव मंदिर, गुप्तेश्वर महादेव और महादेव मंदिरों में दर्शन किए और विधि-विधान से पूजा अर्चना की। इस दौरान जिले के अधिकारी मौजूद रहे।
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