आईफा अवार्ड मेहमानों के स्वागत के लिए लगाए गए काले झंडों का भाजपा ने किया विरोध
भोपाल। मध्य प्रदेश में होने जा रहे आईफा अवार्ड के आयोजन को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। एक ओर जहां भाजपा आईफा अवार्ड के आयोजन में सरकार पर फिजूलखर्ची के आरोप लगाकर लगातार निशाना साध रही है तो वहीं दूसरी ओर सरकार का तर्क है आईफा के आयोजन से न केवल मध्य प्रदेश की ब्रांडिंग होगी बल्कि इससे मध्य प्रदेश के पक्ष में निवेश का माहौल बनेगा। अब भाजपा आईफा समारोह के स्वागत में लगाए जा रहे काले झंडों का विरोध कर रही है। भाजपा का कहना है कि काले रंग के जो झंडे सड़कों के किनारे लगाए गए हैं वो मनहूसियत और विरोध के प्रतीक हैं, लिहाजा उन्हें हटाकर नए रंग के ध्वज लगाए जाएं।
प्रदेश में होने जा रहे आईफा समारोह की तैयारियां शुरू हो गई है। इसके लिए राजधानी भोपाल और इंदौर की सडक़ों को सजाया जा रहा है। आईफा अवार्ड में शिरकत करने आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए भोपाल के बड़े तालाब पर बने ब्रिज के दोनों ओर काले झंडे लगाए गए हैं। ये झंडे काले रंग के हैं जो दूर तक चमकते हुए दिखाई देते हैं। काले झंडे लगाए जाने का भाजपा विरोध कर रही है। भाजपा की मांग है कि झंडों का रंग बदलकर इन्हें रंग बिरंगा किया जाए। भाजपा भोपाल जिलाध्यक्ष विकास विरानी ने रविवार को कहा कि किसी भी समारोह में काले रंग को अपशकुन और मनहूसियत का प्रतीक माना जाता है। काले रंग के झंडे विरोध का भी प्रतीक हैं, लिहाजा इतने बड़े आयोजन के झंडे अगर काले रंग में लगाए जाएं तो ये उचित नहीं है। भाजपा की आपत्ति को कांग्रेस बेवजह सवाल खड़े करने की बात कह रही है।