भोपाल। प्रदेश में इन दिनों डीजीपी वी.के.सिंह को हटाए जाने की चर्चाएं चल रही हैं। कई समाचार पत्रों ने इस आशय की खबरें प्रकाशित की हैं, जिनमें यह कहा गया है कि डीजीपी वी.के.सिंह को हटाया जा सकता है और उनके स्थान पर हनी ट्रैप मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रमुख को डीजीपी बनाया जा सकता है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि इस सरकार को काम करने वाले अफसर नहीं, बल्कि ऐसे अफसर चाहिए जो जी-हुजूरी करते हों।
डीजीपी वीके सिंह हाल ही में उस समय चर्चा में आए थे, जब उन्होंने प्रमुख सचिव गृह को पत्र लिखकर राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता को एक एएसआई को थप्पड़ मारने के मामले में दोषी पाए जाने की बात कही थी, साथ ही कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की भी बात लिखी थी। कहा जा रहा है कि सरकार हनी ट्रैप मामले की जांच को लेकर वी.के.सिंह के रवैये से भी खफा थी। ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि कमलनाथ सरकार ने उन्हें हटाने की तैयारी कर ली है। यदि ऐसा होता है, तो वी.के.सिंह कांग्रेस सरकार में ऐसे दूसरे डीजीपी होंगे, जिन्हें हटाया जा रहा है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा है कि इस सरकार को जी-हुजूरी करने वाले अफसर चाहिए, भले ही प्रदेश बर्बाद होता हो, तो हो जाए। उन्होंने लिखा है कि प्रदेश सरकार की इस तरह की मनमानी प्रदेश को कहीं का नहीं छोड़ेगी और इस सरकार का अहंकार पूरे प्रदेश को डुबा देगा।