फिर उठा विधानसभा में वास्तुदोष का मुद्दा पूर्व मंत्री बोले इस पर विचार होना चाहिए
भोपाल। आगर से भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल का गुरुवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। मनोहर ऊंटवाल के असमय निधन के बाद एक बार फिर मध्य प्रदेश विधानसभा में वास्तुदोष का मामला गर्मा गया है। पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने मनोहर ऊंटवाल के निधन पर दुख जताते हुए कहा है कि वास्तु दोष की बात पहले भी होती रही है। निश्चित तौर पर इस पर भी विचार होना चाहिए।
गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने भाजपा विधायक मनोहर ऊंटवाल के निधन पर कहा कि वह एक जागरूक विधायक थे और पूरी क्षमता के साथ जनता की बात सामने रखते थे। उनकी विधानसभा, उनके क्षेत्र और पूरे प्रदेश में जैसे ही उनके निधन की खबर फैली सबका मन भारी है। हम सब दुखी हैं, यह एक अपूर्ण क्षति है। हम सब इस दुख के समय में उनके परिवार के साथ हैं, उनके परिवार को इस बड़े दुख को सहने की शक्ति ईश्वर प्रदान करें।
विधायकों की असमय मृत्यु और उनके खराब स्वास्थ्य पर पूर्व मंत्री ने कहा कि पूर्व के समय में भी विधायकों के स्वास्थ्य पर सवाल उठ रहा है। पूर्व में भी हमारे साथी हमें छोड़ कर चले गए थे। विधायकों की दिनचर्या में उनके खाने का समय निश्चित नहीं है, उनके सोने का समय निश्चित नहीं है, दवा भी समय पर नहीं ले पाते। दिन-रात जनता की सेवा में बहुत मेहनत करते हैं और उनका विश्वास अर्जित करते हैं लेकिन लोग यह समझते नहीं हैं और इसका परिणाम यह होता है कि खुद की चिंता करते नहीं, परिवार की चिंता नहीं करते जनता की सेवा में लगे रहते हैं और वह बीमार हो जाते हैं।
वास्तु दोष पर बोले रामपाल
विधानसभा में वास्तुदोष पर पूर्व मंत्री ने कहा कि यह पूरे प्रदेश में चर्चा है कि वास्तु दोष विधानसभा में है। पूर्व के विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा, और इश्वर दास रोहाणी ने चिन्हित करके कुछ ऐसे अनुष्ठान करवाए थे। सभी लोग कामना करते हैं कि जो जनता के लिए काम करते हैं, उन्हें जनता बड़े विश्वास के साथ निर्वाचित कर के प्रतिनिधि को भेजती है। हमारे प्रतिनिधि सुरक्षित रहें, संरक्षित रहें और इसलिए इस पर भी कुछ करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले जौरा से कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद भी नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने वास्तुदोष का मुद्दा उठाया था।