भोपाल। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर लगातार संविधान, देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे और लोकतंत्र पर हमला करने का आरोप लगाया है। पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह गुरुवार को मीडिया को जारी अपने बयान बयान में कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ वामपंथ का अभियान जारी रहेगा। मापका अन्य वामपंथी दलों और धर्मनिरपेक्ष जनवादी ताकतों के साथ मिलकर सविंधान और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने का अभियान तेज करेगी।
माकपा के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह रहे हैं कि वे सीएए और एनआरसी के जरिए किसी भी नागरिकता प्रभावित नहीं होगी, लेकिन पिछले दिनों इंदौर में सरसंघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा था कि सीएए हिंदुत्व का आखिरी एजेंडा है। इससे सरकार के मंसूबे उगाजर हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जनवरी माह का अंतिम पखवाड़ा ऐतिहासिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। पार्टी इसे लोकतंत्र, संविधान और धर्मनिरपेक्षता बचाने के आव्हान के साथ मनायेगी।
जसविंदर सिंह ने बताया कि आगामी 23 जनवरी नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिन है। पार्टी इसे व्यापक भागीदारी के साथ लोकतंत्र दिवस के रूप में मनायेगी। वहीं, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को संविधान बचाओ दिवस के रूप में मनाया जायेगा। इस दिन विभिन्न स्थानों और गांवों में संविधान की बुनियादी प्रस्थापना का वाचन कर इसे बचाने का संकल्प के रूप में मनायेगी, जबकि 30 जनवरी शहादत दिवस है। आज भी भाजपा और उससे जुड़े लोग राष्ट्रपिता के हत्यारे नाथूराम गौडसे को महिमामंडित करने में लगे हुए हैं। पार्टी ने इसे फासीवादी और साम्प्रदायिकता विरोधी दिवस के रूप में मनाने का आव्हान किया है। माकपा ने अपनी इकाइयों को व्यापक भागीदारी करने का आव्हान किया है।