उज्जैन। मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर प्रदेशभर में जिला प्रशासन द्वारा माफिया के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है और सरकारी जमीनों पर किये गये अबैध कब्जों को भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराया जा रहा है। इसी क्रम में मंगलवार को उज्जैन में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया और 400 करोड़ की सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया। इस दौरान वहां रहने वाले लोगों ने जमकर हंगामा किया, लेकिन भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई नहीं रुकी। इसी बीच प्रदेश के नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह का काफिला वहां से गुजरा तो गुस्साए लोगों ने मंत्री के काफिले को रोक लिया और जमकर नारेबाजी की।
उज्जैन में जिला प्रशासन और नगर निगम का अमला भारी पुलिस बल के साथ मंगलवार को सुबह शहर के गोयला खुर्द स्थित हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर अबैध रूप से अतिक्रमण किये गए कब्जों को हटाने के लिए पहुंचे। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। अमले ने जेसीबी मशीन से यहां अतिक्रमण हटाना शुरू किया तो रहवासी भडक़ गए और उन्होंने कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर दिया। करीब एक घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन के दौरान अधिकारियों ने रहवासियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें वहां से हटाया और अवैध रूप से बने हुए मकानों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज किया। इसी बीच मंत्री जयवर्धन सिंह भगवान मंगलनाथ के दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंचे और उनका काफिला वहां से गुजरा तो गुस्साए लोगों ने उन्हें रोक लिया। मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया और आगे बढ़ गए।
कार्रवाई में शामिल रहे तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा ने बताया कि यह सरकारी जमीन हाउसिंग बोर्ड को आवंटित की गई थी, लेकिन यहां कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर मकान बना लिये थे। इस जमीन की कीमत करीब 400 करोड़ रुपये है। यहां अवैध रूप से रह रहे लोगों को पहले ही जमीन खाली करने के नोटिस जारी किये गये थे, लेकिन उन्हें जमीन खाली नहीं की, इसके बाद निगम और प्रशासन की टीम ने इस सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया।