भोपाल। प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में मंत्री पटवारी एक पार्टी कार्यकर्ता की पिटाई करके उसे बाहर निकालते दिखाई दे रहे हैं। इधर, मंत्री की इस हरकत को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने परंपरा का निर्वाह बताया है और कांग्रेसियों को आत्म अवलोकन की सलाह दी है।
प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी सोमवार को रीवा में थे। यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने पत्रकारवार्ता को संबोधित भी किया। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो उसी समय का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मंत्री जीतू पटवारी देर से पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब इस कमरे का दरवाजा बंद कर दो जब तक प्रेस कॉन्फ्रेंस चलेगी कोई भी अंदर बाहर नहीं जाएगा। इस दौरान कुछ लोग बाहर से दरवाजा पीटने लगे और जब दरवाजा खुला तो मऊगंज के पूर्व जनपद अध्यक्ष बृजेन्द्र शुक्ला गेट पर खड़े थे और वे टीआरएस कॉलेज के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी से भिड़ गए। यह देखकर मंत्री ने बृजेन्द्र को बुलाकर बैठा लिया लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ। इसके बाद मंत्री जीतू पटवारी खुद उठे और सभी को बाहर जाने को कहा। इसी के बाद मंत्री जीतू पटवारी ने एक कार्यकर्ता को लात मारी और फिर घूसा मारते हुए उसे कमरे से बाहर कर दिया।
मंत्री पटवारी ने ट्विटर पर उस पत्रकार वार्ता एवं अन्य कार्यक्रमों के वीडियो शेयर किए हैं, लेकिन इस घटना पर उनकी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। वहीं, इस मामले को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि इस तरह की गतिविधियां कांग्रेस की परंपरा रही है और मंत्री जीतू पटवारी ने भी पार्टी की उसी परंपरा का निर्वाह किया है। अग्रवाल ने कहा कि रीवा में ही पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया तक दुर्व्यवहार के शिकार हो चुके हैं।