भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में सोमवार को ट्विटर कैंपेन की शुरुआत की है। #IndiaSupportsCAA हैशटैग से पीएम मोदी ने कैंपेन की शुरुआत की है। उनके इस कैंपेन को आगे बढ़ाते हुए मप्र भाजपा नेताओं ने भी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में सोशल मीडिया पर हैशटैग की शुरुआत की है। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव समेत तमाम भाजपा नेताओं ने अपने ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से जनता से इस कैंपेन से जुडऩे और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने की अपील की है।
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैंपेन को लेकर ट्वीट कर लिखा ‘नागरिकता कानून नागरिकता देने का कानून है, छीनने का नहीं। लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर जो लोग नागरिकता कानून के विरोध में भारत को हिंसा की आग में झोंकने का प्रयास कर रहे हैं, वे भारत के नाम को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। देश विरोधी ताकतें नागरिकता कानून के विरोध में आवाज बुलंद कर रही हैं। इन्हें देश की प्रगति और विकास से कुछ लेना-देना नहीं है। ये हंगामा तो स्व-हित के लिए कर रहे हैं। इसलिए इनके बहकावे में ना आए’।
शिवराज सिंह चौहान ने आगे अपने ट्वीट में लिखा ‘यह जो मु_ीभर लोग अपने हित के लिए नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं, देश की जनता इनकी असलियत शीघ्र ही जान जाएगी। हमारे पड़ोसी देशों में रहने वाले हमारे हिंदू, सिख, जैन भाई - बहन जो धर्म के नाम पर सताए जा रहे हैं, उन्हें भारत की नागरिकता देना गलत कैसे हो गया? देश जानता है कि पाकिस्तान से हमारे अल्पसंख्यक भाई-बहन कैसी-कैसी यातनाएँ झेल कर भारत आये हैं। विपक्षी दल भी धर्म के नाम पर देश को बाँटना चाहते हैं। हर जाति, पंथ, समुदाय और समूह के नागरिक हमारे अपने हैं। यह कानून तो सिर्फ शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए हैं। किसी को घबराने और विपक्ष के झूठ में उलझने की ज़रूरत नहीं है। कितने वर्षों से शरणार्थी यहां निवास कर रहे हैं। नागरिकता के नाम पर उन्हें सिर्फ झूठे वादे ही मिले। जनता के हित से जुड़े विषय उठाने में कांग्रेस समेत विपक्ष के अन्य दलों को कोई रुचि नहीं है। उन्हें हिंसा भडक़ाने और भारत के नागरिकों को आपस में लड़वाने में ही संतोष प्राप्त होता है। जनता से मेरी अपील है कि इनके बहकावे में न आएँ।