भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शुक्रवार को सौभाग्य योजना और दीनदयाल विद्युत योजना में गड़बड़ी का मुद्दा भाजपा विधायक रामकिशोर कावरे ने उठाया। उन्होंने कहा कि बालाघाट जिले में सौभाग्य योजना और दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से एक ही काम कराए गए। इन योजनाओं में भारी गड़बड़ी हुई है, क्या सरकार इसकी जांच कराएगी।
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक के सवाल का जवाब देते हुए यह स्वीकार किया कि सौभाग्य योजना में पूरे प्रदेश में बड़ी गड़बड़ी हुई है। मंडला और डिंडोरी में हमने जांच कराई है, गड़बड़ी को पकड़ा है पूरे प्रदेश में सर्वे कराया जाएगा। पिछली सरकार के समय सौभाग्य योजना में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हुई है। उपकरण खरीदी में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है। विधानसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि इस बात की भी जांच कराई जाएगी। सौभाग्य योजना में जो बिजली के खंभे लगाए गए हैं, उनमें कंक्रीट डाला गया है या नहीं जो केवल सप्लाई की गई है। वह गुणवत्तायुक्त नहीं है इसकी भी जांच कराई जाए।
इसी दौरान भाजपा विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने सीधी व सिंगरौली जिले में संपूर्ण विद्युतीकरण का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सीधी में संपूर्ण विविधीकरण ग्रामीण क्षेत्र में नहीं हुआ है, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और सौभाग्य योजना में काम पूरे नहीं हुए हैं। क्षेत्र के 14 हजार घरों में बिजली कनेक्शन नहीं पहुंचा है। इस पर ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि पिछली सरकार ने यह घोषणा की थी कि ग्रामीण क्षेत्रों में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया है। हम भी हम मानते हैं कि शत-प्रतिशत विद्युतीकरण नहीं हुआ है। बजट की उपलब्धता के अनुसार आगामी कार्य कराया जाएगा।