भोपाल। केन्द्र सरकार सोच विचारकर देश में नागरिकता संशोधन कानून लेकर आयी है। देश में अन्य देशों से आए हुए लाखों लोग इस बिल के माध्यम से लाभान्वित होंगे, उनको न्याय मिलेगा। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से उत्पीड़न का शिकार होकर भारत आए हिन्दू, किश्चियन, पारसी, बौद्ध और जैन को इस बिल के माध्यम से नागरिकता के साथ साथ कानूनी दर्जा मिलेगा। ये हमारे समाज के अंग हैं।
नागरिकता मिलने से उनका एवं देश का विकास संभव हो सकेगा जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं या करा रहे हैं उनकी नियत ठीक नहीं है। यह बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्रसिंह तोमर ने मंगलवार को सुबह भोपाल में मीडिया से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें इस बिल को लागू करके पीड़ितों को न्याय देने का काम करे। जो लोग इस बिल का विरोध कर रहे हैं वे देश में हिंसा फैलाना चाहते हैं और देश को गुमराह करना चाहते हैं। हिन्दुस्तान की जनता इस तरह की चालों को भलीभांति जानती है। इस तरह के लोग पहले भी सफल नहीं हुए थे और आने वाले समय में भी सफल नहीं होंगे। हिंसा के पीछे निश्चित रूप से राजनैतिक कुचक्र है।