भोपाल। संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधित विधेयक पारित कर दिए जाने के विरोध में वामपंथी पार्टियां आगामी 19 दिसम्बर को राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगी। इस विधेयक को वामपंथी दलों-सीपीआई(एम), सीपीआई, सीपीआई (एमएल), फारवर्ड ब्लॉक, आरएसपी ने इसे देश के धर्मनिपरेक्ष ढांचे पर बड़ा कुठाराघात बताते हुए इसके खिलाफ देशव्यापी विरोध करने का आह्वान किया है।
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के मप्र इकाई के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने गुरुवार को मीडिया को जारी किये अपने बयान में कहा है कि इस विधेयक के जरिए भाजपा आजादी के बाद के अपने अधूरे एजेंडे को पूरा करना चाहती है। वामपंथी दल देश को हिन्दू राष्ट्र में बदलने और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकार छीनकर उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक बना देने की साजिशों को विरोध करेगी। उन्होंने बताया कि वामपंथी दलों ने 19 दिसम्बर को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के लिए इसलिए चुना है क्योंकि इस दिन सरफरोशी की तमन्ना का तराना लिखने वाले महान शहीद रामप्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर जेल, उनके दूसरे साथी अशफाक उल्ला खां को फैजाबाद जेल और तीसरे सहयोगी रौशन सिंह को नैनीताल जेल में फांसी दी गई थी। नागरिकता संशोधन विधेयक हमारी इन परंपराओं और शहीदों का अपमान है।