प्रदेश की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं पर शिवराज और गोपाल भार्गव ने सरकार पर साधा निशाना
भोपाल। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे है। कुछ ही दिनों पहले विदिशा जिले में 41 महिलाओं को ऑपरेशन के बाद अस्पताल के फर्श पर लिटाने का मामला सामने आया था। इससे पहले फरवरी में कटनी जिले में भी इस तरह का मामला सामने आ चुका है। अब एक बार फिर सतना के बिरसिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मोबाइल टॉर्च और मोमबत्ती की रोशनी में कथित तौर पर 35 महिलाओं की नसबंदी का मामला सामने आया है। ऑपरेशन के बाद मरीज़ों को फर्श पर ही लिटाने का भी आरोप लगा है। प्रदेश की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार पर निशाना साधा है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। शिवराज ने ट्वीट कर कहा है कि ‘हद है लापरवाही की! बेटियों की जान की कोई कीमत ही नहीं है! प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों से लगातार ऐसी खबर आ रही हैं, उसके बाद भी शासन-प्रशासन द्वारा कुतर्क दिए जा रहे हैं! क्या किसी अनहोनी का इंतज़ार किया जा रहा है? जनता ने ऐसी अकर्मण्य सरकार की कल्पना नहीं की थी!
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भी स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार का घेराव करते हुए जमकर लताड़ा है। गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर लिखा ‘सुना है एक साल पूरा होने पर @OfficeOfKNath उपलब्धियों का बखान करेगी। लेकिन प्रदेश की हकीकत ये है। नागदा के बाद अब सतना में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती यह तस्वीर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की हक ीकत बयां करती है। एक अन्य ट्वीट कर नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर ट्रांसफर और पोस्टिंग में व्यस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा ‘ट्रांसफर पोस्टिंग ,अवैध वसूली के चक्कर में @INCMP सरकार मूलभूत सुविधाओं तक नही दे पा रही है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी है। जनता बेहाल है। कहां से आय बढ़े सरकार को इस बात की चिंता है। लेकिन गरीब जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित हो इस बात की फिक्र नही है’।