भोपाल। तमाम कोशिशों के बाद भी प्रदेश में रेत के अवैध कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है। बेधड़क रेत माफिया नदियों काे छलनी कर रहे हैं। रेत के अवैध खनन को लेकर नदी न्यास के अध्यक्ष कंप्यूटर बाबा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पिछले 4 दिन से लगातार सीहोर जिले में नर्मदा नदी के किनारे 200 चेलों के साथ तंबू गाड़कर बैठे हैं। अवैध माइनिंग को लेकर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने भी सरकार पर हमला बोला है।
मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम पहले से कह रहे हैं कि पूरा प्रदेश अवैध माइनिंग की गिरफ्त में जा रहा है। प्रदेश में माइनिंग माफिया हावी है। हमारे कहने के बाद सरकार के मंत्री और विधायक भी यह कह चुके हैं कि रेत माफिया प्रदेश को अपने कब्जे में लिए हुए हैं। मिश्रा ने कहा कि अब तो बाबा खुद धरने पर बैठ गए हैं। नर्मदा मां की छाती को चीरा जा रहा है। दुखद बात यह है कि कोई सुनने वाला नही है। कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चारों तरफ लूट और भय का वातावरण है। पूरा प्रदेश अंधेरे के गर्त में जा रहा है। अंधेर नगरी चौपट राजा जैसी कहावत लोगों की जुबान पर है।
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से किनारा किए जाने पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सिंधिया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं, अगर उन्हें बार बार पत्र लिखना पड़े तो वास्तव में यह चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री रहे वरिष्ठ नेता की उपेक्षा हो रही है, जिसके कारण वो खुले मंच से विरोध कर रहे हैं कि कर्ज माफ नही हो रहा, ट्रांसफर उद्योग चल रहा है। जब सिंधिया की यह हालत है तो आम कार्यकर्ता का क्या हालत होती होगी। नरोत्तम मिश्रा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और मंत्रियों का पूरा समय सरकार बचाने में जा रहा है। यही कारण है कि साल भर में इस सरकार ने कुछ नहीं किया, ना ही किसान बीमा राशि दी गई, अतिवृष्टि से हुई नुकसान की राशि आज तक नही मिली, यहां तक कि सरकार किसानों का बोनस नही दें पाई। कुल मिलाकर दोनों प्रसंग काफी दुखद हैं।