भोपाल की सीमाओं में फेरबदल ,कोलार जुड़ने के बाद 85 वार्ड
नगर निगम के वार्डो की संख्या 85 होने के साथ उनकी सीमाओं में भी भारी फेरबदल हुआ है। इससे अधिकांश वार्ड प्रभावित हो गए हैं। कई दिग्गजों के वार्ड या तो दो भागों में बंट गए हैं या उनका कुछ हिस्सा टूट गया है। कुछ वार्डो का तो सिर्फ नंबर बचा है पूरा क्षेत्र ही बदल गया है। परिसीमन में सबसे ज्यादा कांग्रेसी पार्षदों के वार्ड प्रभावित हुए हैं। इनमें निगम के निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा और नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर, गिरीश शर्मा आदि के वार्ड शामिल हैं। नगर निगम के वार्ड परिसीमन का शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसके बाद सात दिन तक दावे-आपत्तियां ली जाएंगी। इसके लिए क्षेत्रवार अधिकारी तय किए जाएंगे। कलेक्टर कार्यालय में भी दावे-आपत्तियां ली जाएंगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार नए परिसीमन में सबसे अधिक आठ वार्ड हुजूर विधानसभा क्षेत्र में बढ़े हैं। इसके अलावा नरेला में चार वार्ड और गोविंदपुरा में छह वार्ड बढ़ाए गए हैं। भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र में तीन वार्ड कम हो गए हैं। अन्य विधानसभाओं में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। विधायक सुरेन्द्रनाथ सिंह के दबाव बनाने के बाद भोपाल मध्य विधानसभा क्षेत्र में छह वार्ड कम नहीं हो पाए। परिसीमन के दौरान अधिकारी इस क्षेत्र में छह वार्ड कम कर रहे थे, लेकिन विधायक के दबाव के चलते सिर्फ तीन वार्ड की कम हुए। वार्डो की आबादी 19 से 26 हजार के बीच अधिकारियों के अनुसार सबसे छोटे वार्ड में 19 हजार 239 लोग शामिल किए गए हैं। जबकि सबसे बड़ा वार्ड 26 हजार आबादी वाला है। इससे अधिक आबादी वाला कोई वार्ड नहीं बनाया गया है। नेता प्रतिपक्ष सगीर का वार्ड खत्मनगर निगम भोपाल की नई सीमा से निगम परिष्ाद के नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर का मौजूदा वार्ड पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। अभी सगीर वार्ड 42 से पार्षद है। निगम के नए 85 वार्डो में सगीर के वार्ड का यह नंबर तो रहेगा, लेकिन क्षेत्रफल वार्ड क्रमांक 44 और 32 में चला जाएगा। इसी तरह निगम अध्यक्ष कैलाश मिश्रा के वार्ड क्रमांक 6 में शामिल एलबीएस हॉस्पिटल की पूरी लाइन को वार्ड क्रमांक सात में शिफ्ट किया जा रहा है। जोड़-तोड़ वार्ड 54 और 58 को यथावत रखा गया है। वार्ड 55 को बड़ा करने के लिए वार्ड 58 के जयहिन्द नगर व भेल का कुछ हिस्सा इसमे जोड़ा गया है। वार्ड 62 को भी दो टुकड़ों में बांट दिया गया है। वार्ड 63 के भी दो वार्ड बना दिए गए हैं। वार्ड 66 व 67 को मिला कर तीन वार्ड बनाए गए हैं। यह दोनों ही वार्ड काफी बड़े थे। नीलबड़ गांव को वार्ड 24 में शामिल किया गया है। लांबाखेड़ा को वार्ड 69 में जोड़ा गया है। वार्ड 30 में वार्ड क्रमांक 22 को जोड़ दिया गया है। वार्ड क्रमांक 46 में वार्ड 28 को मिलाया जा रहा है। - एमपी नगर, प्रेस कॉम्प्लेक्स से लेकर न्यू सुभाष्ा नगर तक एक अलग वार्ड बनाया जा रहा है। - वार्ड 44 व 47 को मिलाकर अलग वार्ड बनाया जा रहा है। वार्ड 44 से 7 हजार व 47 से 8 हजार मतदाता लिये जा रहे हैं। - वार्ड 48-49 को भी दूसरे वार्ड में मिलाया जा रहा है। - वार्ड 29 में वार्ड 31 जोड़ा जा रहा है।