कोलार में पार्लर पोलटिक्स
कोलार में कई रसूखदारों द्वारा सांची पार्लर की आड़ में प्राइम लोकेशन की जमीन पर कब्जे का खेल चल रहा है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र में करीब 27 से अधिक सांची पार्लर जमे हैं। इनमें से अधिकांश पार्लर सड़क के किनारे यानि प्राइम लोकेशन पर रखे हुए हैं। रसूखदारों ने सांची पार्लर की आड़ में पान, चाय, नाश्ता, सब्जी के ठेला संचालकों को भी संरक्षण दे रखा है। दरअसल नेता कब्जा करवाते हैं और यह पॉर्लर किराए पर दे देते हैं। ऐसे में यह धंधा खूब फल-फूल रहा है, लेकिन यह अब समीकरण बदल गए हैं और नए-नए नेता पैदा हो गए हैं। इसलिए पुराने नेताओं का कारोबार संकट में है।ननि द्वारा अवैध रूप से सरकारी भूमि पर जमे अतिक्रमणकारियों को हटाने की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई एक तरफा की जाती है, दूसरी तरफ रसूखदारों को मोहलत देकर छोड़ दिया जाता है। ऐसे में निष्पक्ष कार्रवाई कैसे होगी?बताया जाता है कि क्षेत्र में 27 पार्लरों में से अकेले भाजपा नेता के 9 पार्लर हैं। यह सभी पार्लर क्षेत्र की प्राइम लोकेशन पर रखे हुए हैं। इन पार्लरों को सरकारी भूमि से हटाने की कार्रवाई की जाती है, यह नेताजी अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर बच निकलते हैं। यह भाजपा नेता नगर पालिका में पूर्व पार्षद रहे चुके हैं। इन्होंने एक बार नपा के समय अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का पुरजोर विरोध किया था। इसको लेकर काफी हंगामा मचा था। इसी तरह कांगे्रस के भी कुछ नेताओं ने ऐसे कब्जे करवा रखे हैं। अब कुछ वर्तमान पार्षद ही इन्हें हटवाने पर तुले हैं।जानकारी के अनुसार ननि द्वारा सांची पार्लर को लीज पर जमीन उपलब्ध कराई जाती है, जो समयावधि बीत जाने के बाद पुन: रिन्यू कराना होती है। अभी फिलहाल कोलार क्षेत्र में अधिकांश सांची पार्लरों की लीज खत्म हो गई है। इन पार्लरों को हटाने की कार्रवाई भी की गई थी लेकिन यह लोग वापस उसी स्थान पर फिर से जम गए।